दिल्ली में कई दूसरी जगहों की तरह बच्चों के देखने लायक जगह है- गुड़ियों का संग्रहालय। विभिन्न परिधानों में सजी गुड़ियों का संग्रह, विश्व के सबसे बड़े संग्रहों में से एक है। यहाँ 85 देशों की करीब 6500 गुड़िया के संग्रह को देखा जा सकता है। ये संबंधित देशों व राज्यों की पारंपरिक वेशभूषा से सुसज्जित हैं जो बच्चों के कल्पनालोक को नया आकार देती हैं।
दिल्ली के आईटीओ के पास बहादुरशाह जफर मार्ग पर चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट की बिल्डिंग स्थित गुड़ियों के संग्रहालय का पूरा नाम शंकर अंतरराष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय है। मशहूर कार्टूनिस्ट के शंकर पिल्लई ने 30 नवंबर 1965 को इसकी स्थापना की। दो हिस्सों में बंटे संग्रहालय के एक हिस्से में यूरोपियन देश इंग्लैंड, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, राष्ट्रमंडल देशों की गुड़िया रखी गई है। जबकि दूसरे हिस्से में एशियाई देशों, मध्य पूर्व, अफ्रीका और भारत की गुड़िया प्रदर्शित की गई हैं।
इस संग्रहालय में मौजूद गुड़िया को डॉल्स बिएननेल में गोल्डन पीकॉक फेदर नाम प्रथम पुरस्कार भी मिल चुका है, जो साल 1980 में पोलैंड के क्राको में आयोजित किया गया था। सबसे अधिक दर्शकों को आकर्षित करने वाली गुड़िया जापान की काबुकी और समुराई गुड़िया, ब्रिटेन की रानी संग्रह, हंगरी की मेपोल नृत्य प्रतिकृति गुड़िया, थाईलैंड की महिलाओं के ऑर्केस्ट्रा आदि है।
अन्य अहम घटनाएंः
1731- बीजिंग में भूकंप से लगभग एक लाख लोग मरे।
1939- तत्कालीन सोवियत रूस ने सीमा विवाद को लेकर फिनलैंड पर आक्रमण किया।
1759- दिल्ली के सम्राट आलमगीर द्वितीय की उनके मंत्री ने हत्या की।
1961- तत्कालीन सोवियत संघ ने संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता के लिये कुवैत के आवेदन का विरोध किया।
1965- गुड़ियों का संग्रहालय दिल्ली की स्थापना मशहूर कार्टूनिस्ट ‘के.शंकर पिल्लई’ने की थी।
1997- भारत-बांग्लादेश विवादित सीमा क्षेत्र में यथास्थिति बनाये रखने पर सहमत।
1999- विश्व के बड़े मीटर वेव रेडियो टेलीस्कोप का पुणे के समीप नारायण गांव में उद्घाटन।
2000- प्रियंका चोपड़ा मिस वर्ल्ड बनीं।
2001- विश्व प्रसिद्ध पॉप गायक जार्ज हैरिसन का निधन।
2002- आईसीसी ने जिम्बाव्वे में न खेलने वाले देशों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की चेतावनी दी।
2004- बांग्लादेश की संसद में महिलाओं के लिए 45 प्रतिशत सीटों वाला विधेयक पारित।
2008- मुम्बई में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार ने संघीय जाँच एजेंसी के गठन की घोषणा की।