कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ प्रस्ताव पेश करेगी। यह विधेयक वर्तमान में संयुक्त संसदीय समिति के विचाराधीन है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस प्रस्ताव पर होने वाली बहस में हिस्सा ले सकती हैं। विधानसभा का यह शीतकालीन सत्र 10 दिसंबर तक चलेगा।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही इस विधेयक की आलोचना करते हुए इसे वक्फ प्रणाली को कमजोर करने और धार्मिक समानता के खिलाफ बताया है।
उन्होंने कहा था कि यह विधेयक देश में एक विशेष धर्म के खिलाफ बनाया गया है और संविधान में निहित धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन करता है।तृणमूल कांग्रेस ने इस विधेयक के दो प्रावधानों पर खासतौर से आपत्ति जताई है। पहला, जिलाधिकारियों को वक्फ संपत्तियों का सर्वेक्षण करने की जिम्मेदारी देना। पार्टी का मानना है कि यह निर्णय वक्फ प्रणाली को सरकारी नियंत्रण में लाने का प्रयास है।
दूसरा, मौखिक रूप से वक्फ घोषित संपत्तियों को जब्त करने का प्रावधान, जिसे पार्टी ने विभाजनकारी राजनीति का हिस्सा बताया है। इस बीच, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने भाजपा विधायकों को सदन में उपस्थित रहकर इस बहस में मजबूती से भाग लेने का निर्देश दिया है।सोमवार को विधानसभा में छह नवनिर्वाचित तृणमूल विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित होगा।
इस मौके पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस खुद मौजूद रहेंगे और विधायकों को शपथ दिलाएंगे। इस समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हो सकती हैं।ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच कोई बातचीत होती है या नहीं। हाल के दिनों में राजभवन और नवान्न के बीच चल रहे तनाव के चलते दोनों के बीच सीधा संवाद नहीं हुआ है। अब यह समारोह राजनीतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।