141 साल बाद ‘नटी बिनोदिनी’ को मिला सम्मान, मुख्यमंत्री ने की स्टार थिएटर का नाम बदलने की घोषणा

कोलकाता : उत्तर कोलकाता के ऐतिहासिक स्टार थिएटर का नाम बदलने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को संदेशखाली में आयोजित सभा के दौरान ऐलान किया कि अब इस थिएटर का नाम ‘नटी बिनोदिनी’ के नाम पर रखा जाएगा। यह कदम उस ऐतिहासिक ‘अन्याय’ को सुधारने की दिशा में है, जो 141 साल पहले बिनोदिनी के साथ हुआ था।

कौन थीं नटी बिनोदिनी?

नटी बिनोदिनी उन्नीसवीं सदी की बंगाल की एक प्रसिद्ध रंगमंच कलाकार थीं। उन्होंने 1883 में स्टार थिएटर के निर्माण के लिए अपने अनुयायी गुरमुख राय से 50 हजार रुपये जुटाए थे। यह थिएटर उत्तर कोलकाता के बीडन स्ट्रीट में स्थित था। उस समय प्रसिद्ध नाटककार गिरीशचंद्र घोष के आग्रह पर थिएटर का नाम बिनोदिनी के नाम पर रखने की योजना थी। लेकिन उस समय के समाज ने इसका विरोध किया और उनका नाम थिएटर से नहीं जोड़ा गया।

स्टार थिएटर का इतिहास

1883 में बीडन स्ट्रीट में बने इस थिएटर को 1928 में सेंट्रल एवेन्यू के निर्माण के दौरान तोड़ दिया गया। बाद में, 1888 में हाथीबागान में दूसरा स्टार थिएटर बनाया गया। हालांकि, बिनोदिनी ने इस नए थिएटर के निर्माण में कोई वित्तीय योगदान नहीं दिया और न ही यहां कभी अभिनय किया। लेकिन उनकी लोकप्रियता ने इस थिएटर को एक नई पहचान दी।

बिनोदिनी के योगदान को मान्यता

गिरीशचंद्र घोष ने हमेशा बिनोदिनी के योगदान को सम्मानित करने की कोशिश की, लेकिन उस समय की सामाजिक परंपराओं के चलते यह संभव नहीं हो पाया। तब महिलाओं के लिए अभिनय समाज में लोक निंदा के तौर पर प्रचलित थी। 141 साल बाद, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस ऐतिहासिक भूल को सुधारते हुए स्टार थिएटर का नाम बदलकर ‘नटी बिनोदिनी थिएटर’ करने की घोषणा की है।

इस निर्णय पर अभिनेत्री रुक्मिणी मैत्रा ने खुशी जताई। उन्होंने इसे महिलाओं के सम्मान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। रुक्मिणी आने वाली फिल्म ‘बिनोदिनी’ में मुख्य भूमिका निभा रही हैं। यह फिल्म तृणमूल सांसद और अभिनेता देव के प्रोडक्शन में बनी है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस निर्णय को बिनोदिनी के संघर्ष और योगदान को सम्मान देने के रूप में देखा जा रहा है।

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