महाकुम्भ नगर : हिन्दुओं को परिवार नियोजन से परहेज करना चाहिए, वक्फ बोर्ड खत्म होना चाहिये, लव जेहाद की शिकार लड़कियों के साथ शादी के बाद जो कुछ हो रहा है, वो उसी की हकदार हैं, शहरों में लोग लाख-डेढ़ लाख का कुत्ता पाल लेंगे लेकिन गाय पालना नहीं चाहते, ये विचार हैं श्री काशी सुमेरु पीठाधिश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज के। विविध पहलुओं पर उनसे बातचीत की गई।
प्रश्न : सनातन बोर्ड की मांग उठ रही, इस पर आपका क्या मत है?उत्तर : इसके बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है। उसकी (सनातन बोर्ड) क्या नियमावली है? क्या उसका आधार है? हां, देश में समान काननू की जरूरत है। समान नागरिक संहिता, समान न्याय कानून, समान शिक्षा, समान अधिकार सबके होने चाहियें, विशेषाधिकार नहीं होना चाहिये।
प्रश्न : प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट (पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम , 1991) पर आपकी क्या राय है? उत्तर : देश को इस एक्ट की जरूरत नहीं है। यह बनाया ही गलत है। बनाने वाले भी गलत हैं। इसे खत्म करना चाहिये।
प्रश्न : संभल में मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा को आप किस तरह देखते हैं? उत्तर : संभल सैकड़ों वर्षों से सनातनियों का तीर्थ रहा है। और हिन्दू धार्मिक ग्रंथों और पुराणों के आधार पर कल्कि का अवतार संभल में होगा। वह हिन्दुओं के स्थल है, लेकिन कांग्रेस के काल में वहां सांप्रदायिक दंगा हुआ। जिसके चलते हिन्दुओं का पलायन वहां से हुआ। ऐसे ज्यादातर स्थानों पर मुसलमानों ने कब्जा कर लिया है। इसलिये ऐसे स्थानों की खुदाई होनी चाहिये। दुनिया और भारत के सामने सच्चाई आनी चाहिये। देखिए…. जहां इनकी (मुस्लिम आबादी) संख्या बढ़ी, वहां मन्दिरों पर ताला लग जाता है। ऐसे मामलों में योगी सरकार जो कर रही है, वो ठीक कर रही है। अच्छा कर रही है। दूध का दूध पानी का पानी सबके सामने होगा। हिन्दुथान हिंदुओं का है। सबसे बड़ी गड़बड़ मोहन कर्मचंद (मोहनदास कर्मचंद गांधी) की देन है। उन्होंने मुसलमानों के लिये अलग कंट्री दे दी, हिन्दुओं के लिये खिचड़ी कर दिया। मोहम्मद अली जिन्ना ने कहा था कि, हम एक साथ नहीं रह सकते। 33 प्रतिशत आबादी के अनुसार विभाजन के दौरान मुसलमानों को पाकिस्तान दिया गया। इसलिये कानूनी तौर पर मुसलमानों का भारत में रहने का अधिकार नहीं बनता। लेकिन कांग्रेस और अन्य 28 दल इनको (मुसलमानों को) अपना दामाद समझते हैं। पूरे विवाद की जड़ में ये 28 देशद्रोही मानसिकता के राजनीतिक दल हैं। यही (राजनीतिक दल) उनके पीछे हैं, जो देश का माहौल खराब करना चाहते हैं।
प्रश्न : वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग कई मंचों से उठ रही है, आपका क्या विचार है? उत्तर : जितनी भी जमीन पर वक्फ बोर्ड अपना दावा करता है, वो सनातनियों की जमीन है। हिन्दुओं की जमीन है, भारत की जमीन है। मुसलमानों का कुछ नहीं हैं, लेकिन ये नकारा सरकारें कुछ करती नहीं। वक्फ बोर्ड का खत्म कर देना चाहिये। और इनके पास जितनी सम्पत्ति है उसे भारत की सम्पत्ति घोषित करना चाहिये।
प्रश्न : हिन्दुओं को अपनी आबादी बढ़ानी चाहिए, ये बयान कई मंचों से आया है, इस पर आप क्या सोचते हैं? उत्तर : देखिये यहां भी समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिये। हिन्दुओं का परिवार नियोजन नहीं करना चाहिये। नसबंदी नहीं करवानी चाहिये। लेना देना तो परमात्मा करता है, किसको कितना देना है। कितने लोग इलाज कराते हैं, बच्चे नहीं होते। इसलिये हिंदू नसबंदी नहीं करायें।
प्रश्न : हिन्दू बेटियां लगातार लव जेहाद का शिकार हो रही हैं, इसको कैसे रोक जा सकता है़? उत्तर : जो अपने धर्म को छोड़कर किसी विधर्मी के पास जा रहा है, उसके साथ जो भी हो रहा है, अच्छा हो रहा है। जो अपना धर्म, संस्कृति को छोड़, अपने माता पिता का कहना न माने, उसे तो जिंदा रहने का अधिकार ही नहीं है। रही बात घर के वातावरण की तो घरों का वातावरण खराब नहीं है। स्कूल कॉलेज और हॉस्टल का माहौल बहुत गड़बड़ है। माता पिता को सही उम्र में बच्चों की शादी करनी चाहिये। सनातनी अगर ऋषि-मुनियों के बताये हुये रास्ते पर चलेंगे, उनकी बात मानेंगे तो ऐसी स्थितियां ही पैदा नहीं होंगी।
प्रश्न : गौहत्या रोकने के केंद्रीय कानून बनें, इसके लिये लगातार भिन्न-भिन्न मंचों से आवाज उठ रही है, लेकिन अभी तक ये कानून बना नहीं है? उत्तर : गाय की दुर्दशा तो है। लगभग 12 हजार लाइसेंस प्राप्त बूचड़खाने है। जिसमें आज भी गाय काटी जाती है। जैसे सरकार ने मोर को राष्ट्रीय पक्षी और शेर को राष्ट्रीय पशु घोषित कर दण्ड का प्रावधान किया है। उसी तरह गौ हत्या करने वालों का दण्डित करने के लिये सख्त कानून बनाना चाहिये। ऐसा करने वालों (गौहत्या) को आजीवन कारावास की सजा मिलनी चाहिये। उनकी सम्पति जब्त होनी चाहिये। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने कानून तो ठीक बनाया है, लेकिन गौशालाओं के कर्मचारी और अधिकारी गड़बड़ हैं। ऐसे कर्मचारियों की पहचान कर उन्हें दण्डित करना चाहिये। वहीं गौचर भूमि को माफियाओं, नेताओं, मिल मालिकों से मुक्त कराना चाहिये। बड़ी विडम्बना है शहरों में कुत्ता पालने की अनुमति है, लेकिन गाय नहीं पाली जा सकती। ऐसे कानूनों में बदलाव और संशोधन होना चाहिए। गाय का स्थान लाख-डेढ लाख के कुत्ते ने लिया है। लोग कुत्ता पालेंगे, गाय नहीं। हर सनातनी को कम से कम एक गाय पालनी चाहिये। पाल नहीं सकता तो गाय गोद ले लेनी चाहिये। दूध सबको चाहिये, पर गाय कोई नहीं पालेगा। तो कहां से सुरक्षित होगी गाय।
प्रश्न : युवा पीढ़ी सनातन से दूर होती दिखती है, उसे सनातन से कैसे जोड़ा जा सकता है? उत्तर : सबसे बड़ा उपाय है शिक्षा। लेकिन हमारे यहां शिक्षा ही सही नहीं है। संविधान के अनुच्छेद 28, 29 और 30 की वजह से हम शिक्षा केंद्रों में गीता, रामायण, पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथ नहीं पढ़ा सकते। मुसलमानों का छूट है। वो अपना प्रचार भी कर सकते हैं, पढ़ा भी सकते हैं, तकरीरें भी कर सकते हैं। लेकिन हिन्दू ऐसा नहीं कर सकते। इसके लिए हमारा संविधान हमें रोकता है। ये धाराएं (अनुच्छेद 28,29 और 30) खत्म होनी चाहियें। और सनातन ग्रंथों को पहली कक्षा से लेकर कम से कम इंटर तक भारतीय भाषाओं में पढ़ाने की छूट होनी चाहिये। जब तक शिक्षा संस्कारित नहीं होगी, तब तक युवा पीढ़ी संस्कारित नहीं हो सकती। शिक्षा संस्कारों से युक्त हो, अपनी मातृभाषा में हो तो परिदृश्य बदल जाएगा। आजादी के सत्तर साल बाद भी भारत की न भाषा और न ही धर्म निश्चित है। युवाओं को अपनी भाषा से जोड़िये, वो संस्कृति से स्वयं जुड़ जायेंगे। संस्कारित हो जायेंगे।
प्रश्न : संगम की पवित्र भूमि से आप देशवासियों को क्या संदेश देना चाहते हैं? उत्तर : देशवासियों को संगम आना चाहिये, पवित्र संगम में स्नान करना चाहिये। और जाति, भाषा और प्रांत से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद के लिये एक रहना चाहिये। एक रहेंगे, तो सुरक्षित रहेंगे, संरक्षित रहेंगे। आप में जाति, भाषा और प्रांत को लेकर लड़ेंगे तो सबका विनाश निश्चित है। आपस में लड़े कोई बात नहीं, कहीं कोई तीसरा बीच में आये तो एक ही दिखो। जो देशद्रोही मानसिकता के लोग हैं, जो देश के संविधान के विरूद्ध बोले, उनके एक लिये एक राष्ट्रीय कानून होना चाहिये। उस कानून के तहत सम्पति जब्त और आजीवन कारावास का प्रावधान होना चाहिये। जो देशद्रोही मशरूम की तरह पनप रहे हैं, इन सब पर विराम लगे। देश सशक्त होगा, महाशक्ति बनेगा तो अमन-चैन और शांति का भाव बना रहेगा।