कोका-कोला इंडिया की सस्टेनेबिलिटी से जुड़ी 5 अनूठी पहल ने महाकुंभ को दी नई पहचान

कोलकाता : भारत का सबसे बड़ा मेला महाकुंभ 2025 अपने समापन की ओर है। इस बीच कोका-कोला इंडिया ने अपने मैदान साफ अभियान के साथ लोगों के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाने और स्थायी मूल्य सृजित करने की दिशा में बड़ी भूमिका निभाई है।

इस साल ब्रांड ने न केवल पर्यावरण से जुड़ी चुनौतियों का सामना किया, बल्कि विचारशील एवं लोगों के सहयोग से चलने वाली पहलों के माध्यम से वास्तविक बदलाव को भी प्रेरित किया है, जिससे कचरे से मूल्य सृजित करने का रास्ता खुला है। रीसाइकिल्ड पीईटी जैकेट से लेकर जिम्मेदारी से डिस्पोजल को बढ़ावा देने वाले हाइड्रेशन कार्ट तक पर्यावरण के अनुकूल इन पहलों ने स्थानीय लोगों को सशक्त करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के अर्थ को बदलकर रख दिया है। इस उत्सव के दौरान पांच पहलों ने गहरा प्रभाव छोड़ा है।

रीसाइकिल्ड पीईटी जैकेट्स से स्वच्छता कर्मियों को किया सशक्त:
महा कुंभ के दौरान स्वच्छता बनाए रखने में सफाई कर्मियों का अहम योगदान रहा है। उनका सहयोग करते हुए कोका-कोला इंडिया ने उन्हें रीसाइकिल की हुई पीईटी बॉटल्स से बनी जैकेट्स प्रदान कीं, जिससे प्लास्टिक रीसाइकिलिंग को लेकर जागरूकता बढ़ी, साथ ही उनकी विजिबिलिटी भी बढ़ी।

महा कुंभ में सफाई की व्यवस्था संभाल रहे जनवाद ने कहा, ‘पहले मैंने इस जैकेट को बस यूनिफॉर्म की तरह माना था। फिर मुझे पता चला कि इसे रीसाइकिल की गई प्लास्टिक बोतलों से बनाया गया है यानी किसी बेकार मान ली गई वस्तु से कुछ काम का बनाया गया है। इसने प्लास्टिक को लेकर मेरी सोच बदल दी। मैंने अपने बच्चों को भी इस बारे में सिखाने की योजना बनाई है।’

नाविकों के लिए लाइफ जैकेट्स – सस्टेनेबिलिटी के साथ सुरक्षा भी महाकुंभ 2025 के दौरान नदियों की सैर करने के लिए लाखों लोग नाविकों पर निर्भर रहे हैं। ऐसे में उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। इनका सहयोग करने के लिए कोका-कोला इंडिया ने रीसाइकिल की हुई पीईटी बोतलों से बनी उच्च गुणवत्ता वाली 10,000 से ज्यादा लाइफ जैकेट्स उन्हें प्रदान कीं। इससे नाविक सुरक्षित तरीके से लोगों को सैर कराने में सक्षम हुए। इससे यहां पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित अनुभव सुनिश्चित हुआ।

महिलाओं के लिए रीसाइकिल्ड चेंजिंग रूम: वेस्ट से यूटिलिटी तक महाकुंभ आने वाली महिलाओं के लिए स्नान के बाद कपड़े बदलने के लिए सुरक्षित एवं सुगम स्थान तलाशना मुश्किल काम होता है। इस समस्या का समाधान करते हुए कोका-कोला इंडिया ने पूरी तरह से रीसाइकिल किए हुए मल्टी लेयर प्लास्टिक वेस्ट से तैयार 1,000 चेंजिंग रूम स्थापित किए हैं।

आर्ट फॉर अवेयरनेस – इलस्ट्रेशंस के माध्यम से बदलाव की प्रेरणा कला में शक्ति होती है लोगों को प्रेरित करने की और कोका-कोला इंडिया ने महा कुंभ के दौरान शानदार इलस्ट्रेशंस के माध्यम से लोगों को प्रेरित करने के लिए टॉप आर्टिस्ट के साथ गठजोड़ किया। इन इलस्ट्रेशंस से कचरा पृथक्करण और रीसाइकिलिंग को लेकर चर्चा को बल मिला। साथ ही महा कुंभ आने वाले श्रद्धालु सस्टेनेबिलिटी को लेकर एक बड़ी सीख लेकर लौटे हैं।

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