कोलकाता : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हालिया सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब अपेक्षाकृत शांति है। हिंसा के बीच घर छोड़कर भागे लोगों धीरे-धीरे वापस लौटने लगे हैं। प्रशासन का दावा है कि बीते तीन दिनों में करीब 200 परिवार अपने गांव वापस लौट चुके हैं, जबकि 300 से अधिक लोगों की वापसी के लिए पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान सतत प्रयास कर रहे हैं।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक समारोह के दौरान दावा किया कि मुर्शिदाबाद की हिंसा पूर्व नियोजित थी और इसके पीछे भाजपा की साजिश थी। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि सीमा पार से आ रहे उपद्रवियों को रोकने में बल विफल रहा है।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में मौजूद मुस्लिम समुदाय से साफ कहा कि अगर वक्फ कानून का विरोध करना है तो बंगाल में नहीं, दिल्ली में करें। उन्होंने कहा, “यहां मैं हूं, आप शांत रहें। बी कूल एंड पीसफुल। विरोध करना है तो दिल्ली जाइए – ट्रेन से, प्लेन से। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलने का समय लीजिए, लेकिन बंगाल में अशांति न फैलाएं।”
बुधवार को सीएम ममता बनर्जी ने दोहराया कि वक्फ संशोधन कानून को राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने इसे राज्य की स्वायत्तता पर हमला बताया और केंद्र सरकार पर संविधान के दायरे से बाहर जाकर कानून पारित करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने साफ संकेत दिया है कि वक्फ कानून का विरोध संविधान के दायरे में रहकर और शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए। साथ ही बंगाल में शांति बनाए रखने की अपील करते हुए उन्होंने संकेत दिया कि कोई भी असंवैधानिक या उग्र आंदोलन राज्य में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस बयान पर बंगाल भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजुमदार ने पलटवार किया। उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं। उन्होंने दिल्ली जाने के बयान पर कहा कि जो लोग दिल्ली जाएंगे वे याद रखें कि उन्हें यूपी होकर जाना होगा। वहां योगी आदित्यनाथ का राज है। वहां उनकी अच्छी खातिरदारी होगी। और दिल्ली पुलिस भी गृहमंत्री अमित शाह के अन्तर्गत आती है। ऐसे में जो भी अराजकतावादी हैं, वे ध्यान रखें कि वहां उन पर ममता नहीं बरसेगी।