कोलकाता : कोलकाता के बेलियाघाटा आईडी और एमआर बांगुर अस्पताल में ओमिक्रान संक्रमितों का इलाज किया जाएगा। हालांकि, अभी तक राज्य में ओमिक्रान का कोई मामला नहीं मिला है। राज्य सरकार ने एक बयान में कहा है कि ओमिक्रान वेरिएंट को नियंत्रित करने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी, ट्रांसपोर्ट, हेल्थ और विभिन्न विभागों के समन्वय से स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमों के मुताबिक काम करना जरूरी है।
राज्य के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने निर्देश जारी कर कहा है कि विदेशों से एयरपोर्ट आने वालों को स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमों के मुताबिक आरटीपीसीआर टेस्ट कराना होगा। यदि परीक्षण रिपोर्ट सकारात्मक है, तो व्यक्ति को बेलियाघाटा आईडी अस्पताल ले जाया जाएगा। वहां, व्यक्ति की लार के नमूने एकत्र किए जाएंगे और कल्याणी के जीनोम अनुक्रम प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे। यदि जीनोम परीक्षण रिपोर्ट से एक ओमिक्रान पाया जाता है, तो उसका इलाज बेलियाघाटा आईडी या एमआर बांगुर अस्पताल में अलग आइसोलेशन वार्ड में किया जाएगा।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने बैठक के बाद कहा, “विदेश से राज्य में आने वालों का परीक्षण किया गया है और कोई यात्री संक्रमित नहीं पाया गया है। हालांकि, भविष्य के लिए बेलियाघाटा आईडी और एमआर बांगुर अस्पताल में अलग-अलग वार्ड बनाए गए हैं।” स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दोनों अस्पतालों में कुल 100 बिस्तर बनाए गए हैं।