रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री को 40 मिनट में दी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की जानकारी

राजनाथ सिंह ने सीडीएस और तीनों सेना प्रमुखों के साथ कीं अलग-अलग बैठकें
◆ रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति की बैठक भी संसद भवन के एनेक्सी में हुई
नयी दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 24 घंटे के भीतर सोमवार को दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से 40 मिनट मुलाकात करके पहलगाम आतंकी हमला के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर सुरक्षा-व्यवस्था से संबंधित जानकारी दी। इसके पहले रक्षा मंत्री ने आज ही सीडीएस जनरल अनिल चौहान, एनएसए अजीत डोभाल और तीनों सेना प्रमुखों से अलग-अलग बैठकें करके सुरक्षा तैयारियों के बारे में जानकारी ली। बाद में रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति की बैठक भी संसद भवन के एनेक्सी में हुई।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई शुरू कर दी है। इस बीच सीडीएस अनिल चौहान की दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ भी रक्षा मंत्री की आज बैठक हुई है। सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं, जबकि एनआईए इस मामले की गहन जांच में जुटी है। इस बीच रक्षा और सुरक्षा से जुड़े शीर्ष अधिकारियों की बैठकों का दौर भी जारी है। यह बैठकें आतंकियों के खात्मे और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने की रणनीति पर केंद्रित हैं।

रक्षा मंत्री ने आज प्रधानमंत्री आवास पर 40 तक चली मुलाकात में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री से रक्षा मंत्री की यह मुलाकात 24 घंटे के अंदर दूसरी बार हुई है। प्रधानमंत्री को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ब्रीफिंग ऐसे समय में हो रही है, जब भारत 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के पीछे के लोगों को दंडित करने के लिए अपने विकल्पों पर विचार कर रहा है, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। आज भी राजनाथ सिंह ने सेना की ओर से लिए गए प्रमुख निर्णयों पर चर्चा करने के लिए चीफ डिफेंस ऑफ स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुखों से अलग-अलग बैठकें की।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी सैनिकों ने आज चौथी बार जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ‘बिना उकसावे’ के गोलीबारी करके संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। भारतीय अधिकारियों के अनुसार भारतीय सेना ने 27-28 अप्रैल की रात जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा और पुंछ जिलों के आसपास के इलाकों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार पाकिस्तानी सेना की बिना उकसावे के छोटे हथियारों से की गई गोलीबारी का प्रभावी जवाब दिया। इससे पहले भारतीय सेना ने 26-27 अप्रैल की रात नियंत्रण रेखा पर तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर के विपरीत क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी का प्रभावी ढंग से जवाब दिया।

इसके बाद शाम को रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति की बैठक संसद भवन के एनेक्सी में हुई। बैठक में स्थायी समिति के अध्यक्ष राधा मोहन सिंह, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए। बैठक में कई सांसदों और अधिकारियों ने हिस्सा लिया, जिसमें देश की रक्षा नीतियों और सुरक्षा से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।

यह समिति रक्षा मंत्रालय के कामकाज, बजट आवंटन और सैन्य तैयारियों की समीक्षा करती है। हाल के वर्षों में इस समिति की बैठकों में कई अहम मुद्दे उठाए गए हैं। इस बार की बैठक के एजेंडे के बारे में विस्तृत जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन यह बैठक देश की सुरक्षा और रक्षा तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

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