कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को मुर्शिदाबाद दौरे के दौरान हालिया हिंसा में प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने की कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में बलिदान हुए जवान झंटू अली शेख की पत्नी को सरकारी नौकरी देने और उनके परिवार को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने सुत्ती में आयोजित प्रशासनिक सभा से घोषणा की कि झंटू अली शेख की पत्नी को होमगार्ड की नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी और उनके बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। इस घोषणा के समय बलिदानी जवान की पत्नी मंच पर मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री ने ‘बांग्लार बाड़ी’ योजना के अंतर्गत हिंसा में घर गंवाने वाले लोगों को प्रतीकात्मक चाबी सौंपते हुए पुनर्वास का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने शमशेरगंज पहुंचकर बीडीओ कार्यालय में पीड़ित परिवारों से मुलाकात भी की।
175 नए स्वास्थ्य केंद्रों की घोषणाममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद जिले में 175 नए स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण के लिए ₹12 करोड़ के बजट की घोषणा की। इससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
167 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने जिले में 718 करोड़ की लागत वाली 167 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसमें बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास से संबंधित योजनाएं शामिल हैं।
नए सब-डिवीजन की घोषणासूत्ती, धुलियान और फरक्का के निवासियों के लिए एक नए सब-डिवीजन (महकमा) कार्यालय की स्थापना की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने की। इससे स्थानीय प्रशासन को और अधिक सशक्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों से उपजे तनाव पर कहा कि इस मुद्दे पर राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर वक्फ पर कुछ कहना है तो दिल्ली जाइए। बंगाल में मैं हूं, ये याद रखिए।” साथ ही उन्होंने दोहराया कि उनकी सरकार किसी भी धर्म के संपत्ति अधिग्रहण के पक्ष में नहीं है।