◆ पंजाब के शहरों को पाकिस्तान के मिसाइल और ड्रोन हमलों से बचाया
नयी दिल्ली : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की ओर से भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों, धार्मिक स्थलों सहित नागरिक ठिकानों को निशाना बनाए जाने की आशंकाएं थीं, जिनमें अमृतसर का स्वर्ण मंदिर सबसे प्रमुख था। इसका मुकाबला भारत ने अपनी वायु रक्षा प्रणालियों से करके अमृतसर में स्वर्ण मंदिर और पंजाब के शहरों को पाकिस्तानी मिसाइल और ड्रोन हमलों से बचाया।
भारतीय सेना ने सोमवार को पंजाब के अमृतसर में एक डेमो दिखाया कि कैसे आकाश मिसाइल प्रणाली, एल-70 एयर डिफेंस गन सहित अन्य हथियारों के जरिए सेना के हवाई रक्षा गनर्स ने पाकिस्तान की सेना के नापाक इरादों को विफल करके स्वर्ण मंदिर पर लक्षित सभी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया। इस प्रकार हमारे पवित्र स्वर्ण मंदिर पर एक खरोंच भी नहीं आने दी।
15 इन्फेंट्री डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल कार्तिक सी. शेषाद्रि ने बताया कि हमने स्वर्ण मंदिर को एक समग्र हवाई रक्षा कवर देने के लिए अतिरिक्त आधुनिक वायु रक्षा संपत्ति जुटाई। 8 मई को तड़के अंधेरे में पाकिस्तान ने मानव रहित हवाई हथियारों में मुख्य रूप से ड्रोन और लंबी दूरी की मिसाइलों के साथ बड़े पैमाने पर हवाई हमला किया। हम पूरी तरह से तैयार थे, क्योंकि हमें पहले से ही इसकी आशंका जताई थी।
मेजर जनरल शेषाद्री ने कहा कि भारतीय सेना पेशेवर बल है, जिसने गंभीर उकसावे के बावजूद हमेशा एक संतुलित और मापा हुआ तरीके से जवाब दिया है। हमने सटीक हथियारों के साथ केवल आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया, ताकि कोई नागरिक क्षति न हो, इस तथ्य को पाकिस्तानी सेना ने भी ऑपरेशन के दौरान स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना के पास भारत के अंदर हमला करने के लिए कोई वैध लक्ष्य नहीं है और न ही उसके पास भारतीय सशस्त्र बलों का सामना करने का साहस या क्षमता है। इसलिए, वह आतंकवाद को एक राष्ट्रीय नीति के रूप में इस्तेमाल करके अपनी धरती से लॉन्च किए गए मानव रहित हवाई हथियारों का सहारा लेता है।
मेजर ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और लंबी दूरी की मिसाइलें लॉन्च और फायर की गईं। भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों, नागरिक आबादी केंद्रों को भी नहीं बख्शा गया। भारतीय सशस्त्र बल और सेना के वायु रक्षा गनर पाकिस्तान के सभी हवाई खतरों को विफल करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान ने फिर से आतंकवादियों का सहारा लिया तो उसका अवश्य ही नाश होगा। याद रहे कि ऑपरेशन सिंदूर केवल स्थगित किया गया है, खत्म नहीं हुआ है। उसका विकराल रूप अभी बाकी है।