‘उत्कला’ की ओर से रथ यात्रा और ओड़िशा महोत्सव का आयोजन

कोलकाता : श्री जगन्नाथ मंदिर, खिदिरपुर की सांस्कृतिक शाखा ‘उत्कला’, रथ यात्रा और ओड़िशा महोत्सव 2025 को 27 जून से 5 जुलाई 2025 तक बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाने जा रही है। इस वर्ष का आयोजन बहुत ही भव्य होगा और इसमें ओड़िशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाले कई कार्यक्रम शामिल होंगे।

कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस मीट के दौरान श्री जगन्नाथ सेवा समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर पाणिग्रही ने कहा,-“यह महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि ओड़िशा की सांस्कृतिक गरिमा और आध्यात्मिक मूल्यों का उत्सव है। उत्कला हमेशा कला, परंपरा और भक्ति के माध्यम से लोगों को जोड़ने का कार्य करता आया है। हम सभी से निवेदन करते हैं कि इस रथ यात्रा को एक दिव्य अनुभव बनाने में साथ दें।”

मिस रेनुका रथ, सलाहकार, श्री जगन्नाथ सेवा समिति, खिदिरपुर की पहल पर इस वर्ष 30 जून को एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। इसका विषय है –”श्री जगन्नाथ ही चेतना की असली अस्मिता हैं”।

इस सेमिनार में ओड़िशा और बंगाल के प्रमुख वक्ता भाग लेंगे। यह आयोजन सभी भक्तों और सांस्कृतिक प्रेमियों के लिए एक यादगार अवसर होगा।

खिदिरपुर श्री जगन्नाथ मंदिर द्वारा एक खास पुस्तक “गार्जियन्स ऑफ द टेन डायरेक्शन्स” (बंगाल की नजरों में श्री जगन्नाथ) का उद्घाटन इस बार के रथ यात्रा महोत्सव में किया जाएगा। यह पुस्तक श्री जगन्नाथ मंदिर द्वारा प्रकाशित पहली संकलन है, जिसमें ओड़िशा के दस प्रसिद्ध लेखकों की तीस चुनी हुई कहानियाँ शामिल हैं। इनमें फकीर मोहन सेनापति और मनोज दास जैसे महान साहित्यकार भी हैं। इन कहानियों को उड़िया भाषा से अंग्रेज़ी में अनुवादित किया गया है। यह पुस्तक ओड़िया साहित्य को गैर-ओड़िया पाठकों तक पहुँचाने की एक बड़ी पहल है।

महोत्सव की शुरुआत 27 जून से होगी, जब खिदिरपुर श्री जगन्नाथ मंदिर से भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी, जो भवानीपुर के नॉर्दर्न पार्क तक जाएगी। वहीं भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा 5 जुलाई तक विराजमान रहेंगे। रथ यात्रा में कीर्तन मंडली और घंटा-शंख वादन जैसे रंगारंग कार्यक्रम होंगे। यह प्रदर्शन EZCC (ईस्ट ज़ोन कल्चरल सेंटर) द्वारा और भारत सरकार की सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय एवं पश्चिम बंगाल सरकार के सहयोग से आयोजित किए जा रहे हैं।

सभा को संबोधित करते हुए वार्ड 70 के पार्षद असीम बसु ने कहा –”भगवान जगन्नाथ की उपस्थिति से नॉर्दर्न पार्क एक आध्यात्मिक स्थल में बदल जाता है, जहाँ हर समुदाय के लोग एक साथ मिलकर श्रद्धा और आनंद के साथ भाग लेते हैं। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं ऐसे आयोजनों का समर्थन करता हूँ जो ‘विविधता में एकता’ की भावना को मजबूत करते हैं। मैं श्री जगन्नाथ सेवा समिति और उत्कला को इस सुंदर पहल के लिए धन्यवाद देता हूँ और कोलकाता के सभी निवासियों से अनुरोध करता हूँ कि वे इस पावन आयोजन का हिस्सा बनें।”

खिदिरपुर श्री जगन्नाथ मंदिर से इस वर्ष की रथ यात्रा की शुरुआत पारंपरिक “छेरा पहरा ” अनुष्ठान के साथ होगी, जिसे श्री राम गोपाल बंसल द्वारा निभाया जाएगा। यह रथ यात्रा एक भव्य शोभा यात्रा होगी जिसमें कीर्तन मंडलियों द्वारा कीर्तन, और घंटा-शंख वादन जैसे पारंपरिक कार्यक्रम होंगे। यह कार्यक्रम पूर्वी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र (EZCC) के सहयोग से होंगे। रथ यात्रा हिंदू धर्म का एक प्रमुख और श्रद्धा से जुड़ा त्योहार है, जिसमें भगवान जगन्नाथ अपने मौसी के घर की यात्रा पर निकलते हैं। यह पर्व एकता, भक्ति और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो पूरे देश से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।

ओड़िशा महोत्सव का उद्घाटन डॉ. श्रुति महापात्र द्वारा किया जाएगा। यह सात दिवसीय उत्सव कई रंगारंग प्रस्तुतियों से भरपूर रहेगा। इस अवसर पर ओड़िशा की हस्तशिल्प कलाओं की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जहाँ दर्शक ओड़िशा की पारंपरिक कलाओं की झलक देख सकेंगे।उत्कला सम्मान 2025″ इस बार श्री गौरांग चरण दास को दिया जाएगा। यह सम्मान हर वर्ष 2003 से उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने कला और संस्कृति के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया है।

उड़ीसा महोत्सव पर विस्तार से जानकारी देते हुए गुरु प्रसाद पटनायक, प्रेसिडेंट, उत्कला, ने कहा, “भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के अवसर पर, जब वे अपने निवास से यात्रा पर निकलते हैं और फिर लौटते हैं, उसी दौरान ‘उड़ीसा महोत्सव’ आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य कोलकाता में ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक दिखाना है। सात दिनों तक चलने वाले इस उड़ीसा महोत्सव में ओडिसी नृत्य प्रदर्शन, नृत्य व चित्रकला प्रतियोगिता, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा भजन संध्या, भगवान जगन्नाथ पर संगोष्ठी, ओडिशा सरकार द्वारा प्रायोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम रावण छाया, श्रीमती अदिति मुंशी व उनके दल का प्रदर्शन तथा ओडिशा सरकार द्वारा प्रायोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। खिदिरपुर जगन्नाथ मंदिर के सेवायत वर्ष भर पूरी श्रद्धा से अपनी सेवा अर्पित करते हैं, विशेष रूप से रथयात्रा और भगवान जगन्नाथ के अन्य प्रमुख त्योहारों के दौरान।”

“श्री जगन्नाथ इन बंगाली आइज़” नामक एक पुस्तक, खिदिरपुर जगन्नाथ मंदिर द्वारा इस अवसर पर प्रकाशित की जाएगी। प्रसिद्ध ओडिशी नृत्यांगक पद्मश्री दुर्गा चरण रनबीर और उनका दल, गुँजन डांस अकादमी की मीरा दास, भजन गायक रवीन्द्र महापात्र और लोपिता बेहरा उड़ीसा महोत्सव में प्रस्तुति देंगे। इसके साथ ही, भगवान जगन्नाथ के रसोईघर के स्वादिष्ट व्यंजन, ओडिशा की बेजोड़ हस्तशिल्प कलाएं और पारंपरिक पकवान विजिटर्स के लिए उपलब्ध रहेंगे। बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए 29 जून 2025 (रविवार) को आयोजन स्थल पर ओडिशी डांस और सिट एंड ड्रॉ प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। पारंपरिक व्यंजन कला को दिखाने के लिए 4 जुलाई 2025 (शुक्रवार) को बहुत लोकप्रिय खीरी पीठा प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

इस अवसर पर श्री जगन्नाथ सेवा समिति, खिदिरपुर जगन्नाथ मंदिर के उपाध्यक्ष परशुराम बिशोई, सचिव प्रमोद कुमार जेना और उत्कला के सचिव सरोज मल्लिक मौजूद रहेंगे।

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