कोलकाता : कोलकाता में सोमवार को आयोजित तृणमूल कांग्रेस की वार्षिक शहीद दिवस रैली से पहले यातायात व्यवस्था को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट ने पुलिस की कार्रवाई पर संतोष जताया है। न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष ने कोर्ट में कहा कि पुलिस ने ट्रैफिक नियंत्रण का कार्य ‘‘अच्छे तरीके से’’ किया है और पूरे शहर में ‘‘कोई बड़ी समस्या नहीं’’ देखी गई।
सुनवाई के दौरान एक वकील ने अदालत को बताया कि न्यू अलीपुर से हाई कोर्ट तक सामान्य दिनों की तरह ही यात्रा में 20 से 25 मिनट लगे। इस पर न्यायमूर्ति घोष ने सहमति जताते हुए कहा कि ‘‘समय सामान्य है, इसका मतलब व्यवस्था सुचारु रही है।’’
कोर्ट ने पहले ही कोलकाता पुलिस को निर्देश दिया था कि 21 जुलाई की सुबह नौ बजे से 11 बजे तक शहर के भीतर विशेषकर मध्य कोलकाता और हाई कोर्ट के आसपास के पांच किलोमीटर के दायरे में कोई ट्रैफिक जाम न हो। कोर्ट ने यह भी कहा था कि सुबह आठ बजे तक ही रैली निकाली जा सकती है और नौ बजे तक जो जहां है, वहीं रुक जाना चाहिए।
कोर्ट के इन निर्देशों के अनुरूप, पुलिस ने सुबह 9 से 11 बजे के बीच ट्रैफिक को सुचारु बनाए रखा। मध्य कोलकाता के अधिकांश इलाकों में कोई बड़ा जाम नहीं देखा गया, हालांकि सीमित सार्वजनिक परिवहन के कारण यात्रियों को कुछ असुविधा जरूर हुई।
धर्मतला, मलिकबाजार, मौलाली और एनआरएस अस्पताल जैसे इलाकों में लोगों को बस या टैक्सी नहीं मिलने की शिकायतें सामने आईं। वहीं, पार्क सर्कस, शेक्सपियर सरणी और मिंटो पार्क जैसे क्षेत्रों में सुबह से ही ट्रैफिक नियंत्रण में रहा।
ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए तृणमूल के सहयोग शिविरों से लगातार कोर्ट के निर्देशों की घोषणा की जा रही थी। पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेड लगाकर पैदल यात्रियों और वाहनों की आवाजाही को बारी-बारी से नियंत्रित किया।