कोलकाता लॉ कॉलेज दुष्कर्म मामला : फॉरेंसिक जांच में 3 आरोपितों की संलिप्तता की पुष्टि,

कोलकाता : कोलकाता के चर्चित लॉ कॉलेज दुष्कर्म मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। अब फॉरेंसिक जांच की दो अहम रिपोर्टों ने इस मामले में तीन मुख्य आरोपितों की भूमिका की पुष्टि कर दी है। इसमें एक आरोपित जहां मुख्य रूप से दुष्कर्म का आरोपित है, वहीं दो अन्य को उसके सहयोगी की भूमिका में चिन्हित किया गया है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पहली फॉरेंसिक रिपोर्ट आरोपित मनोजीत मिश्रा के मोबाइल फोन की जांच से जुड़ी है। मोबाइल डेटा से न केवल कॉलेज छात्रा से दुष्कर्म की पुष्टि हुई है, बल्कि मिश्रा की पहले की यौन शोषण की घटनाओं के भी संकेत मिले हैं। अधिकारियों ने हालांकि इन पुराने मामलों के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी देने से इनकार किया है।

दूसरी रिपोर्ट घटनास्थल यानी कॉलेज परिसर स्थित गार्ड रूम से मिले खून के नमूनों पर आधारित है। इस रिपोर्ट में मनोजीत मिश्रा के अलावा जैब अहमद और प्रमित मुखोपाध्याय की मौजूदगी और संलिप्तता की पुष्टि हुई है। पुलिस का कहना है कि इन दोनों रिपोर्टों के आधार पर तीनों आरोपितों के खिलाफ केस इतना मजबूत हो गया है कि उनके बच निकलने की संभावना बेहद कम है।

जांच में अब तक 60 गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। इसके साथ ही कॉलेज परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी जांच के अहम हिस्से बने हैं। वीडियो में आरोपित छात्रा को खींचते हुए गार्ड रूम की ओर ले जाते दिखे हैं, जहां कथित रूप से घटना को अंजाम दिया गया।

इस सप्ताह पुलिस ने तीनों आरोपितों के ‘गेट पैटर्न एनालिसिस’ (चलने की शैली के आधार पर पहचान) की भी जांच कराई, जिससे यह पुष्टि हुई कि सीसीटीवी में दिख रहे लोग वही हैं जो अब पुलिस की गिरफ्त में हैं।

पुलिस अधिकारियों का दावा है कि गवाहों के बयान, फॉरेंसिक सबूत और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तैयार किया गया यह मामला पूरी तरह से ठोस है और जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *