लंदन : कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से पहली मौत हो गई है। इस वैरिएंट के मरीज की संक्रामकता से विश्व में खौफ और आशंकाओं के बादल घने हो रहे हैं। वायरस के इस नए स्वरूप के निशाने पर ब्रिटेन और इजरायल समेत दुनिया के कई देश हैं।
ब्रिटेन में पिछले 24 घंटे में ओमिक्रॉन के 663 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि इजरायल में संक्रमितों की संख्या में 57 फीसदी का इजाफा हुआ है। ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1898 हो गई, जबकि इजरायल में संक्रमितों की संख्या 35 से बढ़कर 55 पर हो गई।
ब्रिटिश स्वास्थ्य विशेषज्ञों का अनुमान है कि ब्रिटेन में संक्रमण की मौजूदा दर बरकरार रही तो महीने के अंत तक ओमिक्रॉन से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 10 लाख हो सकती है। कोविड संक्रमण के कुल मामलों में आधे से अधिक ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित होंगे।
ब्रिटेन में 12 साल से ऊपर के 81 फीसदी लोगों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी है, लेकिन लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगले साल अप्रैल तक ओमिक्रॉन के कारण 25 से 75 हजार ब्रिटिश नागरिकों की मौत हो सकती है।
इजरायली सरकार के मुताबिक देश में पाए गए कुल ओमिक्रॉन संक्रमितों में सबसे ज्यादा विदेश यात्रा से लौटने वालों की है। कुल 55 संक्रमितों में से 36 लोग दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, फ्रांस, अमेरिका, यूएई, बेलारूस, हंगरी, इटली या नामिबिया की यात्रा से लौटे हैं। इसके अलावा 11 अन्य संक्रमित इन यात्रियों के संपर्क में आकर बीमार हुए।
आठ लोग ऐसे हैं, जिनका संपर्क विदेश यात्रा करके आए किसी व्यक्ति से नहीं हुआ। ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या यूरोपीय संघ (ईयू) के देशों में भी तेजी से बढ़ रही है। ईयू के 22 देशों में बीते 24 घंटे में कुल 732 नए मामले मिल चुके हैं। हालांकि, इससे संक्रमित अभी किसी मरीज की मौत नहीं हुई है।