कोलकाता : कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में रविवार को चुनाव से पहले रात को भाजपा कार्यकर्ताओं को मारने-पीटने और गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार कर थाने की हिरासत में रखने का आरोप पुलिस पर लगा है। हालांकि सुरक्षा के लिए हाईकोर्ट ने कोलकाता पुलिस पर ही भरोसा जताया था। भाजपा के वार्ड नंबर 86 के उम्मीदवार राजश्री लाहिरी ने बताया कि रात के समय गरियाहाट थाने की पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता अनूप कुमार हेला को बिना कारण चारों तरफ से घेरकर गिरफ्तार कर लिया और जबरन थाने ले गई। जब राजश्री अपने कार्यकर्ताओं के साथ थाने में गए तो उनके साथ भी गाली-गलौज और मारपीट की कोशिश की गई। पुलिस के इस अमानवीय व्यवहार को लेकर जब राजश्री ने विरोध प्रदर्शन की कोशिश की तो उन्हें बलपूर्वक रोक दिया गया।
आरोप है कि उन्हें अनूप से मिलने भी नहीं दिया गया है। यहां तक कि वह पानी लेना चाहते थे वह भी नहीं लेने दिया गया। आरोप है कि अधिवक्ता को लेकर जब भाजपा नेता थाने पहुंचे तो पुलिस ने यह भी नहीं बताया कि अनूप को किस वजह से गिरफ्तार किया गया है। उनके परिवार को भी गिरफ्तारी की सूचना नहीं दी गई है।
पुलिस का कहना है कि जो बताना है, कोर्ट में बताएंगे। पार्टी ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। राजश्री ने कहा है कि जिस पुलिस पर चुनाव की सुरक्षा को लेकर भरोसा किया जा रहा है वह सत्तारूढ़ पार्टी के गुलाम की तरह बर्ताव करना शुरू कर चुकी है। राज्य चुनाव आयोग ने स्थानीय पुलिस पर भरोसा कर गलती की है।