कोलकाता : महानगर के प्रेसीडेंसी सेंट्रल जेल से एक कैदी के लापता होने से प्रशासन में हड़कंप मचा है। इस मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य सरकार और जेल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई है।
गुरुवार को इस मामले में सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति संपा सरकार और विभास रंजन दे के खंडपीठ ने इस जेल के जेल अधीक्षक को आगामी 4 जनवरी को कोर्ट में हाजिर होने को कहा है और साथ में जेल के सीसीटीवी फुटेज भी तलब किए हैं। इस मामले में जेल प्रबंधन की रिपोर्ट पर भी पीठ ने असंतुष्टि जाहिर की और कहा कि लापता कैदी को ढूंढ कर उसके परिवार को सौंपने की जिम्मेदारी जेल प्रबंधन की है।
राज्य सरकार और जेल प्रबंधन को फटकार लगाते हुए पीठ ने कहा, “शाम ढलने के बाद आखिर कैदी को जेल से क्यों छोड़ा गया? क्या आप लोग जेल का नियम नहीं जानते? जेल में प्रवेश और निकासी से लेकर जेल अधीक्षक के कमरे तक में लगे सीसीटीवी फुटेज तथा उसे गिरफ्तारी से लेकर रिहा करने के सारे दस्तावेज न्यायालय में उपलब्ध करवाये जाएं।’’
दरअसल, गत 6 दिसंबर को रंजीत भौमिक नाम के एक व्यक्ति को गैरकानूनी तरीके से शराब बिक्री के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उलूबेरिया न्यायालय से 21 दिसंबर को उसकी जमानत मंजूर होने के बाद 22 दिसंबर को जब रंजीत के परिवार के लोग उसे लेने के लिए प्रेसीडेंसी जेल गए तो जेल प्रबंधन ने बताया गया कि 21 दिसंबर की शाम को ही रंजीत को जेल से रिहा कर दिया गया था। परिवार का दावा है कि रंजीत घर नहीं पहुंचा है तथा उसकी कोई खोज खबर भी नहीं है। प्रेसिडेंसी जेल प्रबंधन पर साजिश रचने और भौमिक के साथ कुछ गलत होने की आशंका जाहिर करते हुए परिवार ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी। इसी पर गुरुवार को सुनवाई हुई।