बैरकपुर : नैहाटी जूट मिल अधिकारियों ने जूट की कमी के चलते शुक्रवार को मिल की गेट पर बंद की नोटिस लगा दी। नतीजतन, चार हजार श्रमिक बेरोजगार हो गए। मिल अधिकारियों ने 5 जनवरी को जूट की कमी का हवाला देते हुए मिल की गेट पर एक बंद नोटिस लटका दी थी। मिल कर्मी राजेश पासी ने आरोप लगाया कि मिल अधिकारियों ने बिना किसी चर्चा के ही मिल की गेट पर बंद की नोटिस लगा दी।
उन्होंने कहा कि मिल के गोदाम में जूट का बड़ा स्टॉक होने के बावजूद मिल अधिकारी बंद की वजह जूट की कमी बता रहे हैं। मजदूर संघ की शिकायत है कि यूनियन नेताओं ने अधिकारियों से मिलीभगत कर मिल बंद कर दी है। इसके अलावा मिल अधिकारी श्रमिकों की छंटनी कर काम का बोझ बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि ज्यादातर मजदूर मुंह खोलने से कतरा रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि अगर वे अधिकारियों के खिलाफ कुछ भी कहते हैं तो उन्हें पुलिस परेशान करेगी।
मिल बंद होने को लेकर सीटू नेता गार्गी चट्टोपाध्याय ने कहा कि मालिक पक्ष जूट की आपूर्ति नहीं होने की वजह बता कर मिल को बंद करने की बात कह रहा है जबकि जूट का स्टॉक पर्याप्त है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि जूट की समस्या है भी तो सरकार को इस समस्या के समाधान के लिए पहल करनी चाहिए।