कोलकाता : पश्चिम बंगाल के विधाननगर, आसनसोल, सिलीगुड़ी और चंदननगर नगर निगम में प्रस्तावित चुनाव टल सकता है। सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस भी इसके पक्ष में है।
एक दिन पहले ही हाईकोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग से पूछा है कि क्या चुनाव टालने का फैसला लेने के लिए आयोग स्वतंत्र है या नहीं? इससे पहले एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि वह मानते हैं कि आगामी महीने तक पश्चिम बंगाल में हर तरह की सामूहिक गतिविधियां बंद रहनी चाहिए। चुनाव को भी टालने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है। भले ही अभिषेक ने कहा था कि चुनाव टालने संबंधी राय उनकी निजी है लेकिन तृणमूल सांसद सौगत राय ने बुधवार को कहा है कि अभिषेक बनर्जी की राय ही पार्टी की राय है। इसलिए माना जा रहा है कि चुनाव को अप्रैल महीने तक के लिए टाला जा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और माकपा पहले से ही चुनाव को टालने की मांग कर रही हैं। इस बीच तृणमूल कांग्रेस का यह रुख इस बात का संकेत है कि राज्य में चुनाव टालने की योजना बनाई जा रही है।
दरअसल पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत पूरे राज्य में तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है। तीन गुनी रफ्तार से लोग पॉजिटिव हो रहे हैं जिसकी वजह से लगातार चुनाव को टालने की मांग की जा रही है। इससे संबंधित याचिका हाईकोर्ट में लगी है जिस पर अगली सुनवाई गुरुवार को होनी है।