बैरकपुर : बैरकपुर महकमा के भाटपाड़ा थाना इलाक़े में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता पर गोली चलने की घटना घटी। उनकी जान बच गई है। वारदात के बाद इलाके में तनाव का माहौल है।
बुधवार की सुबह तृणमूल नेता को निशाना बनाकर गोली चलायी गयी। आरोप है कि निशाना चूकने के बाद अपराधियों ने सिर पर आग्नेयास्त्र के बट से प्रहार किया। घटना भाटपाड़ा थाने से कुछ ही दूरी पर घटी। घायल तृणमूल नेता का नाम असीम रॉय है। प्राप्त जानकारी के अनुसार असीम रॉय भाटपाड़ा में तृणमूल कांग्रेस के संयोजक हैं और इलाके में उनकी काफी पकड़ मानी जाती है। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू की है।
असीम रॉय का भाटपाड़ा इलाके में घर है। आज सुबह वह घर से निकलकर पार्टी कार्यालय जा रहे थे। टोटो पकड़ने के लिए वे घर के सामने खड़े थे। कथित तौर पर उस समय तीन युवक दो साइकिलों पर सवार होकर आए थे। एक साइकिल पर दो और दूसरी साइकिल पर एक हमलावर था। रॉय ने बताया कि उनमें से प्रत्येक के हाथ में एक आग्नेयास्त्र था। उन्होंने पीछे से आकर असीम पर फायरिंग कर दी और धक्का मार कर गिरा दिया।
जब वह रक्तरंजित होकर जमीन पर गिर पड़े तो स्थानीय लोगों ने उन्हें उठाया। खबर मिलते ही पार्टी के अन्य कार्यकर्ता भी चले आये और अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने घटना को लेकर भाजपा पर आरोप लगाया। असीम रॉय ने कहा कि मुझे वार्ड दो वार्डों की जिम्मेदारी दी गई है। मैंने यहां से भाजपा को बाहर कर दिया है इसलिए वे लंबे समय से मुझसे नाराज हैं। मैं रोज साढ़े सात या आठ बजे घर से निकलकर पार्टी ऑफिस जाता हूं। मैं आज सुबह भी जा रहा था। सवा आठ बजे थे। मैं टोटो पकड़ने के लिए खड़ा हुआ। उन्होंने पीछे से हमला किया। वे सभी साइकिल से आये थे।
घटना तृणमूल के आपसी विवाद का नतीजा : अर्जुन सिंह
बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि यह घटना तृणमूल के आपसी विवाद का नतीजा है। उन्होंने कहा कि तालाब भरने, मिट्टी का व्यवसाय और वसूली को लेकर ही तृणमूल के दो गुटों में हुए विवाद की वजह से यह घटना घटी है। उन्होंने कहा कि असीम रॉय एक अपराधी है, एक समय वह फिंगापाड़ा और रथतला क्षेत्र में त्रास बाबू मित्रा के दौर में गुंडागर्दी करता था। सांसद ने कहा कि क्या कोई साइकिल पर चढ़कर हत्या करने आता है? उन्होंने दावा किया कि पार्टी में अपना महत्व बढ़ाने के लिए ही यह घटना गढ़ी गयी है, इसमें सच्चाई नहीं है।