कोलकाता : पराक्रम दिवस और नेताजी जयंती के पावन अवसर पर रविवार को कोलकाता की प्राचीन संस्था ‘बंगीय हिंदी परिषद’ के तत्वावधान में ‘नवांकुर’ की पहली काव्य गोष्ठी ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से संपन्न हुई।
हिमाद्रि मिश्रा की अध्यक्षता में नवांकुर की प्रथम काव्य- गोष्ठी का सफल आयोजन किया गया जिसमें नवोदित एवं वरिष्ठ सभी कवियों ने बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का आरंभ परिषद के मंत्री डॉ. राजेन्द्रनाथ त्रिपाठी के स्वागत वक्तव्य से हुआ।
गोष्ठी की शुरुआत राष्ट्रीय वंदना से हुई जिसे सिद्धार्थ त्रिपाठी ने प्रस्तुत किया। सभी कवियों ने मिलकर काव्य गोष्ठी को अपनी ओजपूर्ण एवं भावयुक्त कविताओं से समृद्ध किया। गोष्ठी में सम्मिलित कविगण हिमाद्रि मिश्रा, डॉ. राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी, नन्दलाल रौशन, अनुज पाण्डेय, निशा राजभर, सपना कुमारी, शालू राय, शकीबा अहमद, निखिता पाण्डेय, राजेश सिंह, मोनू यादव, रजनी सिंह, परीक्षित जायसवाल, हिमांशु पाण्डेय, श्रद्धा उपाध्याय, सौमी मजूमदार और ज़ोया अहमद ने अपने काव्य-रस से सबको भाव-विभोर कर दिया |
अध्यक्षीय वक्तव्य में हिमाद्रि मिश्रा ने नवांकुर के बच्चों की कविताओं का अवलोकन करते हुए उनकी प्रशंसा की तथा उनके भीतर दिखने वाले जोश को भी सराहा तथा निरंतर लिखते रहने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम का उत्कृष्ट संचालन ज़ोया अहमद ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कोलकाता के प्रसिद्ध शायर एवं कवि नन्दलाल रौशन जी उपस्थित थे जिन्होंने अपनी बातों से अंकुरित होते कवियों का उत्साहवर्धन किया।
साथ ही गजेन्द्र नाहटा, मनोज मिश्रा, सुरेश साव, रामाकांत सिन्हा, पुष्पा मिश्रा और सुषमा राय पटेल इन सभी के ऊर्जावान शब्दों ने सभी युवाओं को प्रोत्साहित किया। प्रो.संजय जायसवाल, विनोद यादव, अंजली चौधरी और रोहित साव सहित सैकड़ों साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सफल संयोजन अभिषेक पाण्डेय तथा धन्यवाद ज्ञापन निखिता पाण्डेय ने किया।