कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर संविधान का सम्मान न करने का आरोप लगाया।
राज्यपाल धनखड़ मंगलवार को राज्य विधानसभा में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय राज्यपाल पर हमला करने का बहाना ढूंढ रही है। उन्होंने कहा कि ममता के लिए संविधान का कोई सम्मान नहीं है।
सरकारी अधिकारियों पर लग रहे सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में काम करने के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मियों को चाहिए कि वह संविधान के मुताबिक अपने कर्तव्यों का पालन करें। राज्यपाल ने कहा, “बंगाल में लोकतंत्र विकट परिस्थितियों में है। सरकारी कर्मचारियों को जानकारी नहीं है कि राजभवन क्या कर सकता है। बंगाल में कानून का शासन ही नहीं है। चुनाव के बाद जिस बड़े पैमाने पर हिंसा हुई वह इसी बात का प्रमाण है। बंगाल में मतदाताओं को कोई स्वाधीनता नहीं है। यहां सत्तारूढ़ पार्टी का शासन चलता है। उन्होंने एक बार फिर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के क्षेत्राधिकार वृद्धि के संबंध में जो विरोध प्रस्ताव पारित हुए उससे संबंधित जानकारी मैंने मांगी थी लेकिन आज तक उपलब्ध नहीं कराई गई है। सरकारी अधिकारी संविधान की मर्यादा भूल गए हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल के रूप में राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति मैं हूं। मुझे बताए बगैर 25 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति हो गई।