हुगली : बंगाल विधानसभा में विरोधी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सिंगुर में कारखाने की जमीन पर मत्स्य पालन के लिए बन रहे जलाशय पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार चप उद्योग और पोल्ट्री उद्योग के बाद एक नया उद्योग लेकर आई है जिसके तहत कारखाने की जमीन पर जलाशय का निर्माण हो रहा है।
शुभेन्दु सोमवार को भाजपा के हुगली सांगठनिक जिला कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने राज्य में स्कूल व कॉलेजों को बंद रखने को लेकर तीन कारण गिनवाए। शुभेंदु ने कहा कि लोगों के शिक्षित होने पर वे नौकरी मांगेंगे। लेकिन ममता बनर्जी की सरकार किसी को नौकरी नहीं देना चाहती। वे और उनका भतीजा दशकों तक सत्ता में बने रहना चाहते हैं। दूसरा कारण बताते हुए शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार शिक्षण संस्थानों को चलाने के लिए राज्य सरकार को जो पैसा दे रही है, ममता बनर्जी की सरकार उस पैसे का उपयोग दान और खैरात बांटने में कर रही है। शुभेन्दु ने आरोप लगाया कि ममता सरकार ने केंद्र की ओर से भेजे जा रहे मिड डे मील के चावल को हड़प लिया है इसलिए राज्य में शिक्षण संस्थान नहीं खोले जा रहे हैं।
इससे पहले शुभेंदु अधिकारी ने चंदननगर के विभिन्न इलाकों में चुनाव प्रचार किया। हुगली में भाजपा कार्यालय के बाहर मारीचझाँपि दिवस मनाया और वर्ष 1979 में शरणार्थी हिंदुओं की मौत के लिए तत्कालीन वामफ्रंट सरकार को जिम्मेदार ठहराया। शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस को शरणार्थियों की चिंता नहीं है, उसे सिर्फ घुसपैठियों की चिंता है।