कोलकाता : पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और पार्टी के राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बीच खाई बढ़ती जा रही है। राज्य की 108 नगरपालिकाओं के चुनाव में उम्मीदवारों के चयन को लेकर दोनों में मतभेद दिखने लगे हैं। प्रशांत किशोर को लेकर तृणमूल नेताओं में नाराजगी बढ़ रही है।
नगरपालिका के चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों के चयन लिए प्रशांत की रणनीति से पार्टी के पुराने नेता सहमत नहीं हैं। वे आरोप लगा रहे हैं कि प्रशांत किशोर भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर तृणमूल कांग्रेस को दो हिस्सों में बांटने की साजिश रच रहे हैं। इस आरोप के पीछे दावे किए जा रहे हैं कि निकाय चुनाव के लिए जिन लोगों को टिकट दिया गया है, उनमें पार्टी के पुराने नेताओं को दरकिनार कर दिया गया है और ऐसे नए लोगों को टिकट दिए गए हैं, जिनका जमीनी आधार नहीं है।
इस संबंध में पार्टी के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम के अलावा तृणमूल कांग्रेस के दूसरे किसी भी बड़े नेता ने भी इस बारे में सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। प्रशांत किशोर की कंपनी आईपैक के सूत्रों से खबर मिली है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से राय मशविरा करने के बाद इस बात पर सहमति बनी है कि तृणमूल कांग्रेस के क्षेत्रीय दल के रूप में रहने के बजाय राष्ट्रीय राजनीति में पैर जमाए इसके लिए जरूरी है कि पार्टी की नई पीढ़ी को राजनीतिक तौर पर मजबूत बनाया जाए। इसके लिए सबसे छोटे चुनाव निकाय चुनाव में ही उन्हें मौका देकर नई पीढ़ी को जिम्मेदार बनाया जा सकता है।
आईपैक के सूत्रों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि सभी पुराने नेताओं को दरकिनार किया है। केवल उन नेताओं के टिकट काटने की सिफारिश की गई थी जिनके प्रति जनता में नाराजगी है और उनकी छवि साफ-सुथरी नहीं है। दूसरी ओर जमीनी आधार के बड़े नेता हैं और पार्टी के लड़ाकू नेता हैं।
किशोर पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का आरोप है कि प्रशांत किशोर भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर तृणमूल कांग्रेस को कमजोर करना चाहते हैं। जिन पुराने नेताओं ने पार्टी को मजबूत बनाया, अपना पूरा जीवन दे दिया, ऐसे नेताओं को भी दरकिनार कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर समय-समय पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं, जिससे इस तरह का माहौल बन रहा है कि मोदी को कोई हरा नहीं सकता। यह उनके दोहरे रवैए को उजागर करने वाला है। इस बात की जांच की जानी चाहिए कि वे इसके पीछे किसी तरह की कोई साजिश रच रहे हैं या नहीं।
आईपैक ने अपलोड की थी उम्मीदवारों की दूसरी सूची
दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बेहद करीबी रहे तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम ने पिछले सप्ताह कहा था कि तृणमूल कांग्रेस की आधिकारिक वेबसाइट के पासवर्ड का दुरुपयोग किया गया है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नगर निगम के उम्मीदवारों की जो सूची जारी की गई वह वास्तविक सूची से परे थी। उम्मीदवारों की दूसरी सूची आईपैक ने अपलोड करने की अटकलें हैं। हालांकि उन्होंने इसके लिए किसी का नाम लेकर जिम्मेदार नहीं ठहराया।