कोलकाता : पिछले कुछ दिनों से तृणमूल और चुनावी सलाहकार व आई-पैक प्रमुख प्रशांत किशोर के बीच दूरियाँ बढ़ने की ख़बर चर्चा में है। सूत्रों की मानें तो तृणमूल की ओर से आरोप लगाया गया था कि हाल ही में नगर पालिकाओं के उम्मीदवारों की सूची दोबारा AITC के साइट पर अपलोड की गई थी, उसे आई-पैक ने अपलोड की थी, क्योंकि आई-पैक के पास AITC का एक्सेस था।
इस पर शुक्रवार को आई-पैक ने ट्वीट कर सफाई दी है कि I-PAC, एआईटीसी या इसके किसी भी नेता की किसी भी डिजिटल संपत्ति को नहीं सम्भालता है, ऐसा दावा करने वाला कोई भी व्यक्ति या तो बेख़बर है या खुले तौर पर झूठ बोल रहा है।
ट्वीट में यह भी कहा गया है कि एआईटीसी को इस बात पर गौर करना चाहिए कि उनकी डिजिटल संपत्तियों और/या उनके नेताओं की संपत्ति का “कथित रूप से (गलत) इस्तेमाल किया जा रहा है या नहीं”।
I-PAC doesn't handle any digital properties of @AITCofficial or any of its leaders. Anyone making such claim is either uninformed or is blatantly lying.
AITC should look into if and how their digital properties and/or that of their leaders are being “allegedly (mis)used”.
— I-PAC (@IndianPAC) February 11, 2022