कुशीनगर : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बुधवार रात शादी की खुशियों के बीच एकदम से मातम पसर गया। दरअसल, शादी समारोह के दौरान रस्म अदायगी के दौरान कुएं की स्लैब टूट गई और उसमें तीन दर्जन से अधिक लोग जा गिरे। हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस बड़ी दुर्घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। प्रशासन राहत कार्य करते हुए घायलों का इलाज कराने में जुट गया है।
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है।
— Narendra Modi (@narendramodi) February 17, 2022
कुशीनगर जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत नौरंगिया गांव के नौरंगिया स्कूल टोला खास इलाके में परमेश्वर कुशवाहा के बेटे अमन की शादी समारोह से पहले हल्दी की रस्म चल रही थी। इसी दौरान महिलाओं की टोली नयन माता (कुएं) की पूजा के लिए कुएं पर गई थी। इस दौरान कुछ महिलाएं व बच्चे कुएं के ऊपर स्लैब पर खड़े हो गए। इसी बीच स्लैब टूट जाने से उस पर खड़े सभी लोग कुएं में गिर गए। इस हादसे से क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
शादी समारोह में हुए हादसे की सूचना पर पहुँची सम्बंधित थाना पुलिस ने आनन-फानन में ग्रामीणों के साथ राहत बचाव कार्य शुरू किया और कुएं में गिरे लोगों को निकाला जाने लगा।
इस हादसे में 13 लोगों की मौत की सूचना है, जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं। वहीं 25 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। फिलहाल अभी इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। स्थानीय लोग एवं पुलिस ने लोगों को निकाल कर अस्पताल पहुंचाया है। घटनास्थल पर डीएम व एसपी मौजूद हैं। फिलहाल कुएं से सभी को निकाल लिया गया है।
जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि जनपद में हुए एक बड़े हादसे के शिकार 1 बच्चे सहित 10 महिलाओं के शव जिला अस्पताल के शवगृह में पहुंच गए हैं। वहीं दो की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई है। घटना स्थल व जिला अस्पताल पर पुलिस आवश्यक कार्यवाही में जुटी हुई है। पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल मौके पर पहुँचकर जायजा लिया और जिला अस्पताल में शवगृह का निरीक्षण किया, जहां शव रखे गए हैं।
डीएम ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान दी जाएगी। बचाव अभियान में जिनकी भी लापरवाही सामने आएगी उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
माँ का साया उठा
कुशीनगर में हुए हृदयविदारक घटना ने दर्जनों परिवारों की खुशियां छीन ली है तो वही कई मासूमों को उनकी माँ का आंचल छीनकर अनाथ बना दिया। 16 फरवरी का दिन इन परिवारों को जिंदगी भर का गम दे गया। यह घटना बड़े हादसे के रूप में कुशीनगर कभी भूल नहीं पायेगा।