लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से पूर्वांचल में बड़ी संख्या में बोली जाने वाली भोजपुरी से निकलकर आने वाले गीतों में आजकल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा मुखिया अखिलेश यादव पर दांव लगा हुआ है। भोजपुरी गीतों ने पूर्वांचल में यूपी चुनाव का तापमान बढ़ाया हुआ है तो उनके प्रशंसकों ने भरपूर साथ भी दिया है।
पूर्वांचल के कुशीनगर जनपद के रामकोला से आने वाले भोजपुरी गायक संगम प्रेम राजा के ‘अखिलेश साइकिल तोहार कबाड़े में बिकाई हो’ गीत सुर्खियां बटोर रहा है।
संगम ने बताया कि उनके गांव में एक कबाड़ वाला अक्सर आता जाता रहता है। कई दिन बाद उसके आने पर उसने कहा कि वह गांव के अखिलेश से पुरानी साइकिल खरीदने आया था। इसी संवाद को सुनते हुए उनके मन में गीत के बोल आए और उन्होंने गीत गा दिया।
उन्होंने बताया कि ‘अखिलेश साइकिल तोहार कबाड़े में बेचाई हो’, इस गीत के पॉपुलर होने पर उन्हें बधाइयों का तांता लगा हुआ है। उन्होंने कई चुनावी गीत गाए हैं और हर पार्टी के समर्थक उनसे मिलते हैं, लेकिन इस गीत ने धूम मचाया हुआ है।
भोजपुरी गीत की दुनिया में नाम कमा चुके समाजवादी पार्टी के नेता धर्मेंद्र सोलंकी भी आजकल अपने चुनावी गीतों के लिए छाये हुए हैं। अखिलेश यादव के पक्ष में उनके कई गीत सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी ने उन्हें सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष तक बना दिया। उनका गीत ‘22 में अखिलेश’ सुर्खियां बटोरे हुए हैं।
समाजवादी पार्टी के पक्ष में समर सिंह के गीत भी सुर्खियों में हैं, लेकिन धर्मेंद्र सोलंकी से उनकी लोकप्रियता थोड़ी कम है। पूर्वांचल क्षेत्र में संदीप आचार्य अयोध्या वाले गायक के भी गीतों की लोकप्रियता कम नहीं है। रामलला को छोड़कर अल्लाह अल्लाह गाओगे गीत गांव-गांव बज रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गाए हुए कई गीत से वे प्रसिद्धि हासिल कर चुके हैं।
भोजपुरी क्षेत्र में नाम कमा चुके पवन सिंह, रवि किशन, दिनेश लाल यादव निरहुआ और सुपरस्टार मनोज तिवारी के भी चुनावी गीत मैदान में आ चुके हैं और उनके प्रशंसक उन्हें पसंद भी कर रहे हैं।