मुज़फ़्फ़रपुर : जिले के माड़ीपुर स्थिति एक निजी अस्पताल में अजीबोगरीब मामला देखने को मिला है । जहां वैशाली जिले के महुआ क्षेत्र निवासी मरीज का ऑपरेशन करने वाले चिकित्सकों की टीम का नेतृत्व करने वाले डॉ. महमुदुल हसन ने बताया कि उक्त मरीज के अल्ट्रासाउंड और एक्सरे रिपोर्ट से पता चला था कि उसकी आंतों में कुछ गंभीर गड़बड़ी थी। मीडिया के साथ ऑपरेशन और उससे पहले लिए गए एक्सरे का एक वीडियो फुटेज साझा करते हुए हसन ने कहा, ”कांच का गिलास उक्त मरीज के शरीर के भीतर कैसे पहुंचा, यह अभी तक एक रहस्य बना हुआ है लेकिन ऑपरेशन के दौरान काँच का ग्लास थोड़ा टूटने के बाद भी डॉक्टरों ने उसे सुरक्षित निकाला है।
चाय पीते समय गिलास निगलने की बात पर परिजनों का जवाब :
डॉक्टरों ने कहा, ”जब हमने पूछा तो मरीज ने कहा है कि उसने चाय पीते समय गिलास निगल लिया है। हालांकि, यह कोई ठोस व्याख्या नहीं है। इंसान की भोजन नली ऐसी किसी वस्तु के प्रवेश करने के लिए बहुत संकरी है यह तर्क गलत है।” डॉ. हसन के मुताबिक, शुरू में एक एंडोस्कोपिक प्रक्रिया के जरिये कांच के गिलास को मलाशय से बाहर निकालने का प्रयास किया गया था, लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिली, लिहाजा हमें ऑपरेशन करना पड़ा और मरीज की आंत की दीवार चीरकर गिलास निकालना पड़ा।
मरीज की हालत है अब स्थिर:
डॉक्टर ने कहा, ”उक्त मरीज अब स्थिर है।ठीक होने में थोड़ा समय लगने की संभावना है, क्योंकि सर्जरी के बाद मलाशय को ठीक कर दिया गया है और एक फिस्टुलर ओपनिंग बनाई गई है, जिसके माध्यम से वह मलत्याग कर सकता है।” हसन के अनुसार, कुछ महीनों में मरीज के पेट के ठीक होने की उम्मीद है, जिसके बाद हम फिस्टुला को बंद कर देंगे और उसकी आंतें सामान्य रूप से काम करने लगेंगी। हालांकि, ऑपरेशन के बाद मरीज को होश आ गया था, लेकिन न तो वह और न ही उसके परिवार के सदस्य मीडिया से बात करने को तैयार थे लेकिन डॉक्टरों की मानें तो पेट में ग्लास कैसे गया, यह रहस्य बना हुआ है।