इतिहास के पन्नों में : 01 मार्च – मुक्केवाली मैरीकॉम

भारतीय महिला मुक्केबाजी में मैंगते चंग्नेइजैंग मैरीकॉमी (एमसी मैरीकॉम) ने ऐसी छाप छोड़ी है, जो भारत की इस बेटी की संघर्ष, साहस और समर्पण की अद्भुत दास्तान आनेवाली पीढ़ियों को सुनाएगी। 01 मार्च 1983 को मणिपुर के चुराचांदपुर में जन्मी मैरीकॉम अकेली ऐसी महिला बॉक्सर थीं, जिन्होंने समर 2012 ओलंपिक में क्वालिफाई कर कांस्य पदक जीता जीता था। 2010 के एशियाई खेलों में कांस्य और 2014 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया।

8 बार विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता की विजेता रहीं मैरीकॉम को खेलों में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए 2003 में अर्जुन पुरस्कार, 2006 में पद्मश्री सम्मान और 2009 में भारतीय खेलों के सर्वोच्च सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्रदान किया गया। उनके जीवन के कड़े संघर्षों को 2014 में उनपर बनी एक हिंदी फिल्म में दिखाया गया है।

अन्य अहम घटनाएंः

1917ः पंजाबी, हिंदी और उर्दू के साहित्यकार करतार सिंह दुग्गल का जन्म।

1919ः भारतीय अर्थशास्त्री पृथ्वीनाथ का जन्म।

1930ः भारत के मशहूर उद्योगपति रामप्रसाद गोयनका का जन्म।

1951ः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्म।

1968ः भारतीय क्रिकेटर सलिल अंकोला का जन्म।

1968ः भारतीय महिला भारोत्तोलक खिलाड़ी कुंजारानी का जन्म।

1989ः भारतीय राजनीतिज्ञ वसंतदादा पाटिल का निधन।

1988ः हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि सोहनलाल द्विवेदी का निधन।

2017ः गुजराती भाषा के प्रसिद्ध हास्य लेखक तारक मेहता का 87 वर्ष की उम्र में निधन।

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