कोलकाता : विधानसभा में हंगामा और विरोध प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी ने तृणमूल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि विधानसभा के अंदर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इशारे पर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की महिला विधायकों ने शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया है। इसके विरोध में उन्होंने भाजपा विधायकों के साथ राजभवन की ओर मार्च निकाला।
शुभेन्दु ने मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और शशि पांजा का नाम लेकर कहा कि मुख्यमंत्री के इशारा करने के बाद राज्यपाल को धक्का दिया गया। इसके विरोध में वह भाजपा विधायकों के साथ राजभवन तक मार्च करेंगे और इस मामले में ठोस कार्रवाई का अनुरोध करेंगे। शुभेंदु ने कहा कि अगर राज्यपाल के साथ विधानसभा में इस तरह से धक्का-मुक्की करने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आवश्यकता पड़ने पर केंद्र सरकार से भी संपर्क साधा जाएगा। इसके बाद शुभेन्दु ने भाजपा विधायकों के साथ राजभवन की ओर मार्च शुरू किया। वे भाजपा विधायकों के साथ राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। शुभेंदु ने कहा है कि वह विधानसभा में राज्यपाल के साथ हुई इस शारीरिक उत्पीड़न पर न्याय लेकर रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को बंगाल विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा विधायकों के हंगामे के बीच राज्यपाल धनखड़ अपना अभिभाषण पूरा नहीं पढ़ सके। आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने जबरन राज्यपाल का रास्ता रोका और उन्हें धक्का भी मारा है। इससे पहले बीजेपी विधायकों ने नगरपालिका चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाज़ी की। इसके कारण राज्यपाल अपना अभिभाषण शुरू नहीं कर पा रहे थे। राज्यपाल ने स्पीकर बिमान बनर्जी, संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के साथ बैठक भी की ताकि गतिरोध ख़त्म किया जा सके।