रामपुरहाट : रामपुरहाट में हुए नरसंहार में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई जनता की अदालत में होनी चाहिए। बुधवार को वाममोर्चा के अध्यक्ष बिमान बसु ने बगटुई कांड के मुद्दे पर यह बात कही।
बुधवार को बिमान बसु ने वामपंथी प्रतिनिधिमंडल के साथ बीरभूम के रामपुरहाट के उस गांव में घुसने की कोशिश किया लेकिन उन्हें रोक दिया गया। इधर, उनसे पहले माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम बगटुई गांव पहुंच चुके थे। पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद बसु ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि अंदर की बात बाहर न जाए, इसलिए उन्हें रोका जा रहा है। उन्हें रोके जाने के बाद उन्होंने पुलिस से बाहर से देखने का आग्रह और अंदर नहीं जाने का आश्वासन भी दिया फिर भी उन्हें रोक दिया गया। लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसा नहीं होता है। लेकिन हुआ है। जरूरी कदम नहीं उठाए गए है।
संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवाल, क्या पुलिस प्रशासन विफल हो गया है? यह सवाल पूछे जाने पर बसु ने कहा कि मैं यह साबित नहीं कर सकता कि विफल हुआ या नहीं। घटनास्थल पर फायर बिग्रेड पहले पहुंची बाद में पुलिस। आखिर पुलिस बाद में क्यों? यह सवाल है।
एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर पुलिस को चकमा देते हुए माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम उस गाँव में पहुँच गये।