नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी नेत्री रूपा गांगुली शुक्रवार को राज्यसभा में बीरभूम जिले की हिंसा पर बोलते हुए भावुक हो गईं। उन्होंने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाया और इसे नरसंहार की संज्ञा देते हुए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
गांगुली ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार हत्यारों को संरक्षण दे रही है। ऐसा कोई राज्य नहीं है जहां चुनाव के बाद सरकार प्रायोजित हिंसा होती हो। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में पैदा होना कोई अपराध नहीं है। हमें भी जीने का हक चाहिए। यह दक्षिणेश्वर महाकाली की भूमि है।”
उनके बयान के बाद राज्यसभा की कार्यवाही कुछ देर प्रभावित हुई। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य ने सदन के मध्य में आकर शोर-शराबा किया। इस पर सत्ता पक्ष ने भी नारे लगाए। हंगामा बढ़ते देख उप सभापति ने सदन को करीब 25 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
गांगुली ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पीड़ितों को पहले मारा-पीटा गया और फिर उन्हें बाधकर जिंदा जला दिया गया।