कोलकाता : बीरभूम आगजनी की घटना में जान गंवाने वाली नजमा बीवी के पति शेखलाल शेख ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए दावा किया कि वारदात वाली रात बम हमले में मारे गए तृणमूल नेता भादू शेख वास्तव में एक अपराधी थे। भादू का बालू सीमेंट का कारोबार था और आसपास से गुजरने वाली गाड़ियों से रंगदारी वसूली होती थी। इसके लिए 70 से 80 तृणमूल कार्यकर्ता काम पर रखे गए थे।
सोमवार को पत्नी की मौत के मीडिया के कैमरे के सामने आए शेखलाल शेख ने आरोप लगाते हुए कहा कि भादू शेख रंगदारी वसूली करते थे। उसका हिस्सा सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल के साथ-साथ रामपुरहाट के ब्लॉक अध्यक्ष अनारूल हुसैन तक भी पहुंचाया जाता था। उसने आरोप लगाया कि रामपुरहाट के थाना प्रभारी और एसडीपीओ को भी इस रंगदारी वसूली का हिस्सा दिया जाता था। उसने आरोप लगाया कि वारदात वाली रात 9 से 9:30 के बीच आगजनी के बाद जब पुलिस मौके पर आ रही थी तो अनारूल ने ही रोक दिया था। उन्होंने कहा कि पुलिस अगर समय पर आ गई होती तो वह आज अपनी पत्नी को नहीं खोते।
नजमा बीवी के पति शेखलाल शेख ने बताया कि घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौके पर आई थीं। उन्होंने पांच लाख रुपये की मदद भी की है और नौकरी देने का भी आश्वासन दिया है। लेकिन अब मैं उस घर में कैसे लौटूंगा, जहां मेरे परिवार में कोई बचा ही नहीं। मुख्यमंत्री की इस मदद से मेरे परिवार के लोग वापस नहीं आएंगे।
नजमा बीवी के पति शेखलाल शेख के इन आरोपों को लेकर तृणमूल नेता अनुब्रत मंडल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि कौन है शेख, उसे मैं जानता ही नहीं हूँ, शेख झूठ बोल रहा है।