कोलकाता : पश्चिम बंगाल राज्य विधानसभा में कथित तौर पर हंगामा करने के आरोप में सस्पेंड किए गए नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी सोमवार को सदन परिसर में पहुंचे जरूर लेकिन विधानसभा के अंदर नहीं गए। वहां परिसर में लगी बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास बैठकर उन्होंने काम किया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी की तटस्थता को लेकर सवाल खड़ा किया और कहा कि वह विधानसभा के अध्यक्ष नहीं बल्कि सत्तारूढ़ पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष के कार्यों को उन्होंने अंबेडकर की प्रतिमा के पास बैठकर पूरा किया। यहां मीडिया के कैमरों के सामने विधानसभा अध्यक्ष की ओर से दिए गए नोटिस को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि मुझे नोटिस देकर कहा गया है कि मैं अपने दफ्तर में भी नहीं घुस सकता इसलिए अंबेडकर प्रतिमा के पास बैठकर काम कर रहा हूं। उन्होंने यह भी बताया कि वह राज्यपाल जगदीप धनखड़ के साथ मुलाकात करेंगे और राज्य विधानसभा के अध्यक्ष के असंवैधानिक कार्यों के बारे में जानकारी देंगे।
उल्लेखनीय है कि पिछले 28 मार्च को पश्चिम बंगाल राज्य विधानसभा के बजट अधिवेशन के अंतिम दिन सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के विधायकों के बीच हाथापाई के बाद शुभेंदु अधिकारी सहित भाजपा के पांच विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया था। हाथापाई की घटना में हुगली जिले के चुंचुड़ा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक असित मजुमदार की नाक फट गई थी जिसमें से खून निकले थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि शुभेंदु अधिकारी ने घूँसा मारकर उनकी नाक तोड़ी है जिसके बाद अध्यक्ष विमान बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी समेत भाजपा के पांच विधायकों को सस्पेंड कर दिया था।