कोलकाता : माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने पश्चिम बंगाल के नदिया जिला अंतर्गत हाँसखाली में नाबालिगा से दुष्कर्म के बाद मौत के मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद ममता बनर्जी के अंदर किसी तरह की कोई ममता नहीं है। इसके साथ ही मामले की सीबीआई द्वारा जांच कराए जाने के कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले का सलीम ने स्वागत किया।
बुधवार को उन्होंने एक वीडियो अपने फेसबुक अकाउंट पर डाला है। इसमें उन्होंने लिखा है कि यही ममता ने नारा दिया था कि बंगाल अपनी बेटी को ही चाहता है तो क्या बंगाल इसी तरह की बेटी को चाहता था जो महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद दुष्कर्म पीड़िता के प्रति असंवेदनशील बयान देती हैं। वह कहती हैं कि दुष्कर्म की शिकार लड़की लव अफेयर में थी और गर्भवती थी। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के अंदर थोड़ी सी भी ममता नहीं है। पीड़ितों की मदद के बजाय दुष्कर्मियों के पास खड़ी हैं। जो बच्ची दुष्कर्म की शिकार होकर अब इस दुनिया में नहीं है उसको दोषी ठहरा रही हैं। सलीम ने कहा कि ममता को अपने बयान के लिए बिना देरी किए तुरंत माफी मांगनी चाहिए। वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के योग्य नहीं हैं।
कलकत्ता हाई कोर्ट में तृणमूल कांग्रेस से जुड़े अधिवक्ताओं द्वारा लगातार हंगामा व वकीलों पर हमले की घटना की भी उन्होंने कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि ऐसा न्यायालय में पहले कभी नहीं हुआ। तृणमूल वाले बाहुबल का इस्तेमाल कर थाना और पंचायत पर कब्जा करते रहे हैं और अब कोर्ट में जज को डरा रहे हैं, यह शर्मनाक है।