कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को आखिरकार स्वीकार किया है कि लिप्स एंड बाउंड्स नाम की जिस कंपनी के दफ्तर में ईडी ने छापेमारी की थी वह किसी और की नहीं बल्कि उनकी अपनी कंपनी है।
तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर कोलकाता के मेयो रोड में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए अभिषेक ने कहा कि जिस तरह से मेरी कंपनी में बार-बार केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी जाते हैं, उन्हें कुछ नहीं मिल रहा है तो वहां के कंप्यूटर में अपनी फाइल डालकर आ रहे हैं, वह रैगिंग से कम नहीं है।
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मेरी कंपनी के कंप्यूटर पर 16 एक्सेल फाइल डाउनलोड करके ईडी अधिकारी चले गए। अगर सात दिन बाद सीबीआई अधिकारी छापेमारी करते और ये सारे फाइलें बरामद करते तो मीडिया में खबरें चलतीं कि अभिषेक बनर्जी के दफ्तर के कंप्यूटर से कॉलेज का लिस्ट बरामद। इसी में हुई है शिक्षकों की नियुक्ति। यह भी एक तरह से रैगिंग है।
उल्लेखनीय है कि गत सोमवार को ईडी ने लिप्स एंड बाउंड्स कंपनी के अलीपुर स्थित ठिकाने पर 18 घंटे तक तलाशी अभियान चलाया था। इसके बाद कंपनी के कर्मचारियों ने कोलकाता पुलिस के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई है जिसमें आरोप लगाया है कि उनके कंप्यूटर पर ईडी अधिकारियों ने अलग से फाइल डाउनलोड किया है। 16 फाइल डाउनलोड किए गए हैं।
इस बारे में ईडी ने बाद में कोलकाता पुलिस को पत्र लिखकर बताया है कि छापेमारी टीम में शामिल एक अधिकारी ने अपनी बेटी के लिए अच्छे कॉलेज की सर्च कंप्यूटर पर बैठकर की थी। उसी की सूची वहां रह गई है। इसका जांच से कोई संबंध नहीं है।