कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस की स्थापना दिवस के अवसर पर एक जनवरी यानी रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने नए तृणमूल भवन का शिलान्यास किया। इस मौके पर तृणमूल के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी सहित पार्टी के कई नेता, विधायक और सांसद उपस्थित रहे। 1 जनवरी, 1998 को ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद तृणमूल के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी के विस्तार को ध्यान में रखते हुए नया कार्यालय बनाने का निर्णय लिया। इसलिए तृणमूल भवन को गिराने का काम पिछले साल ही शुरू कर दिया गया था। अब उसी स्थान पर नए भवन का निर्माण शुरू होगा।
उल्लेखनीय है कि जब पुराने तृणमूल भवन को ध्वस्त कर दिया गया था, तब तृणमूल मुख्यालय को बाईपास के दक्षिण कैनाल रोड पर एक गेस्ट हाउस में स्थानांतरित कर दिया गया। इस साल अक्षय तृतीया पर विधानसभा मंत्री शोभनदेव चटर्जी ने जब इस अस्थाई पार्टी कार्यालय में पूजा की तो वहां सांगठनिक कार्य शुरू किया गया। 5 मई को ममता अस्थायी पार्टी कार्यालय गईं और बैठक की। लेकिन पार्टी के शीर्ष नेता चाहते हैं कि तृणमूल भवन फिर से अपनी जगह पर आ जाए। इसलिए 2023 की शुरुआत में नए कार्यालय का शिलान्यास कर निर्माण कार्य शुरू करने का फैसला किया गया।
36जी, तपसिया रोड स्थित तृणमूल भवन ने वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव से पहले अपनी यात्रा शुरू की थी। तब से उस पार्टी कार्यालय में कोई नवीनीकरण नहीं हुआ है। लेकिन तीसरी बार सत्ता में आने के बाद तृणमूल के शीर्ष नेतृत्व ने पुरानी इमारत को तोड़कर नया कॉरपोरेट कार्यालय बनाने का निर्णय लिया। इस चमकदार नए तृणमूल भवन में संगठन के शीर्ष नेताओं के लिए अलग- अलग कमरों की व्यवस्था की जाएगी। शाखा संगठन के शीर्ष नेताओं के लिए बैठने का कमरा आवंटित किया जाएगा। साथ ही जिला कर्मियों के बैठने की अलग से व्यवस्था होगी। बड़ा प्रेस कॉन्फ्रेंस रूम और हॉल बनाया जाएगा। मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस नए कार्यालय में वर्चुअल मीटिंग के लिए उपयुक्त इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। एक कैंटीन और एक पार्किंग स्थल भी होगा। तृणमूल भवन का माहौल कॉरपोरेट स्टाइल में सजाया जाएगा। तृणमूल भवन को नए रूप में बनाने के लिए पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पैसा दे रहे हैं।