कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव सांसद अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को कोलकाता के शहीद मैदान मैदान में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपानीत केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर पश्चिम बंगाल से भेदभाव का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने कहा कि इससे उनकी पार्टी अथवा राज्य सरकार घबराने वाली नहीं है बल्कि दिल्ली को घुटने टेकने पर मजबूर करेंगे। कार्यक्रम में संबोधन करते हुए अभिषेक ने राहुल गांधी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जिस तरह का बयान दिया उसका मैं समर्थन नहीं करता। मैं किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता लेकिन वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दीदी ओ दीदी कहा था तो उनका भी प्रधानमंत्री पद खारिज होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें डरा कर चुप कराने की कोशिश की जा रही है लेकिन अगर सर झुकाना होगा तो जनता के सामने झुकाऊंगा दिल्ली के “दानवों” के सामने नहीं। वे बंगाल से रुपये ले जाते हैं और हमें भूखा मारने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मैं अकेले दिल्ली को अचल कर सकता हूं, अगला आंदोलन दिल्ली में ही होगा।
अभिषेक ने कहा कि लोकतंत्र में जनता का निर्णय आखिरी निर्णय होता है। उन्होंने सीबीआई और ईडी की कार्रवाई को लेकर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता दिलीप घोष की जमीन के कागजात भ्रष्टाचार के अभियुक्त के घर से मिले थे। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? हकीकत यही है कि केंद्र के लिए भाजपा नेताओं को लेकर अलग कानून है और तृणमूल के लिए अलग। लेकिन जिन लोगों को लगता है कि हमारी पार्टी कमजोर हो रही है उन्हें मैं बता देता हूं कि दिन-प्रतिदिन तृणमूल मजबूत हो रही है। उन्होंने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि जहां भ्रष्टाचार हो है वहां सजा हो। लेकिन पीक एंड यूज की नीति स्वीकार्य नहीं है। जिस तरह से तृणमूल नेता गिरफ्तार हुए हैं पूछताछ हो रही है उसी तरह से दिलीप घोष को भी हिरासत में लेकर पूछताछ होनी चाहिए।
अभिषेक की सभा में बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद थे। आरोप है कि सभा मंच के पास ही महंगाई भत्ता की मांग पर धरने पर बैठे सरकारी कर्मचारियों को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने मारा पीटा है।