भाजपा पर अभिषेक का तीखा हमला, कहा : एनआरसी के नाम पर लोगों को केवल ठगा गया

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी मंगलवार से राज्य में आसन्न पंचायत चुनाव प्रचार का आगाज कर दिया। उन्होंने नदिया जिले के कृष्णागंज हासखली इलाके से पहली जनसभा कर भाजपा पर तीखा हमला बोला है। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक ने क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रहने वाले मतुआ समुदाय को साधने के लिहाज से भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे (भाजपा) नागरिकता का वादा 2019 में कर गए थे और आज तक पूरा नहीं किया। अभिषेक ने कहा कि दरअसल हकीकत यह है कि भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिन्ह कमल धोखा और जुमलेबाजी का प्रतीक है जबकि तृणमूल कांग्रेस का चुनाव चिन्ह भरोसे का प्रतीक है।

उन्होंने एनआरसी का मामला भी उठाया और कहा कि एनआरसी के नाम पर असम में 19 लाख लोगों की नागरिकता केंद्र ने खत्म कर दी। इसमें 12 लाख बंगाली हिंदू हैं।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन पर भी व्यक्तिगत हमले हो रहे हैं और उनके छोटे बच्चे को भी नहीं बख्शा जा रहा। उन्होंने कहा कि हमारे तीन साल के बच्चे को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमला कर रहे हैं। मेरी पत्नी और नौ साल की बेटी को हवाई अड्डे पर रोक दिया गया क्योंकि मैंने उनके सामने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया है। प्रधानमंत्री से मैं 10 गुना ज्यादा जिद्दी हूं। उनका जिद मुझे झुकाने की है और मेरी जिद बंगाल के मजदूरों के लिए 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना का पैसा केंद्र से छीन कर लाने की है।

अभिषेक ने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव गुजरे हुए करीब चार साल हो गए लेकिन यहां किसी को भी नागरिकता नहीं मिली। हकीकत यह है कि नागरिकता अधिनियम के लिए आज तक केंद्र सरकार ने रूल तक तैयार नहीं किया है। उनका मकसद केवल और केवल लोगों को बरगला कर वोट लेने का है। 2019 में इसी तरह से सीएए का भरोसा देकर भाजपा चुनाव जीत गई थी लेकिन जिन नेताओं ने यहां बड़े-बड़े वादे किए थे वो अब नजर नहीं आते। इस बार लोगों को अपनी गलती सुधार कर भाजपा को सबक सिखाना होगा। केंद्र के खिलाफ दिल्ली में आंदोलन की चेतावनी देते हुए अभिषेक ने कहा कि पंचायत चुनाव बीतने के एक से डेढ़ महीने के बाद तृणमूल कांग्रेस दिल्ली में आंदोलन का आह्वान करेगी।

उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार विभिन्न योजनाओं के जरिए आम लोगों के हाथों में रुपये दे रही है। लेकिन किरोसिन, पेट्रोल और रसोई गैस की कीमत बढ़ाकर केंद्र सरकार वे रुपये लूट रही है। आधार कार्ड पर फाइन के नाम पर हजार रुपये लिए जा रहे हैं। हकीकत यह है कि देश के आम लोगों के रुपये नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या जैसे भाजपा के दुलारे उद्योगपति लेकर विदेश भाग गए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अगर जीतती है तो उसका मतलब है कि विकास परियोजनाएं बाधित होंगी। 100 दिनों की रोजगार गारंटी का पैसा नहीं मिल पाएगा। आवास योजना का पैसा बंद है और बंद रहेगा। इसलिए लोगों को उन्हें सबक सिखाना होगा।

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