कोलकाता : शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर धांधली के लगातार हो रहे खुलासे के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके अभियुक्त मंत्रियों पार्थ चटर्जी तथा परेश चंद्र अधिकारी पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा है कि इन लोगों ने सारी नैतिकता को ताक पर रखकर जनता के रुपये लूटे और अब उसी रुपये के जरिए अपने भ्रष्टाचार को ढकने के लिए कोर्ट जा रहे हैं। चौधरी ने दोनों नेताओं को अति भ्रष्ट करार देते हुए कहा कि अगर मैं चोरी नहीं करूंगा तो किस बात से डरूंगा। इन लोगों ने आम लोगों के रुपये लूटे हैं और इस भ्रष्टाचार का खुलासा ना हो इसके लिए उसी रुपये से कोर्ट जाकर इससे मुक्ति चाहते हैं। यही पश्चिम बंगाल में माँ, माटी, मानुष सरकार का नया नमूना है। इन्हें गर्दन में हाथ डाल कर मंत्रिमंडल से बाहर किए जाने की जरूरत है। अगर मैं मुख्यमंत्री होता तो इन्हें कब का बाहर कर दिया होता।’
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में स्कूल सेवा आयोग के जरिये केवल ग्रुप डी और ग्रुप सी में 1002 ऐसे लोगों की नियुक्तियां हुई हैं जिनमें से आधे से अधिक लोगों ने या तो परीक्षा ही नहीं दी है और बाकी लोग फेल होने के बावजूद मेरिट लिस्ट में शामिल किए गए हैं। मंत्री परेश अधिकारी पहले माकपा में थे और उनके तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के दूसरे ही दिन उनकी बेटी अंकिता अधिकारी बिना परीक्षा दिए एसएससी मेरिट लिस्ट की वेटिंग सूची में टॉप पर आ गई थी। दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में शिक्षकों की भर्ती में धांधली का यह मामला पूरे देश में शिक्षा क्षेत्र का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है।