कोलकाता : दार्जिलिंग पहाड़ की राजनीति में नए समीकरण की शुरुआत हो गई है। गोरखा समुदाय के दिग्गज नेता बिनय तमांग शुक्रवार को तृणमूल में शामिल हो गए। जीटीए चुनाव से पहले बिमल तमांग का तृणमूल में जाना बड़ा संकेत माना जा रहा है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा का बिमल गुरुंग गुट पहले से ही ममता बनर्जी का समर्थन कर चुका है।
शुक्रवार को बिनय तमांग और रोहित शर्मा तृणमूल नेता ब्रात्य बसु और मलय घटक की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए। इस मौके पर ब्रात्य बसु ने कहा, “ये दोनों ममता बनर्जी के विकास की भावना से प्रेरित होकर तृणमूल में शामिल हुए हैं। उनका लक्ष्य पहाड़ के लोगों का विकास करना है।”
तृणमूल में शामिल होने के बाद विनय ने कहा, “मैंने 84 दिन पहले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा से इस्तीफा दे दिया था लेकिन बाद में ममता के आदर्शों से प्रेरित होकर मैंने तृणमूल में शामिल होने का फैसला किया। मैं ममता को एक अखिल भारतीय नेता के रूप में देखना चाहता हूं।” उन्होंने कहा, “मैं ममता को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहता हूं। मैं राष्ट्रीय टीम में शामिल होकर उत्तर बंगाल का विकास करूंगा।”
दरअसल, हाल ही में बिमल गुरुंग और बिनय तमांग के बीच हालिया मुलाकात ने पहाड़ों पर एक नए समीकरण की ओर इशारा किया था। तब बिनय ने कहा था कि अब पहाड़ियों में केवल एक गोरखा जनमुक्ति मोर्चा है, जिसके नेता गुरुंग हैं।