कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भीषण गर्मी के बीच शुक्रवार की शाम से शुरू हुई आंधी और बारिश से जहां एक तरफ लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं पेड़ गिरने एवं बिजली के तार टूटने से रेल व सड़क यातायात प्रभावित हुआ।
आंधी और बारिश की वजह से राजधानी कोलकाता और शिल्पांचल क्षेत्रों में ट्रेन सेवाएं बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई हैं। शुक्रवार देर रात को ओल्ड मालदा जाने वाले रास्ते पर पेड़ की एक बड़ी डाली टूट कर गिर पड़ी जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हुआ। कटवा-अजीमगंज शाखा की रेलपटरी और ओवरहेड तारों पर भी पेड़ की डाली गिरने की वजह से ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है।
दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालूरघाट में तेज आंधी तूफान की वजह से कई इलाके तबाह हो गए हैं और पेड़ों के गिरने से लोगों के मकानों को नुकसान पहुंचा है। नदिया में पेड़ की डाली टूट कर गिरने से रवींद्रनाथ प्रमाणिक नाम के 62 साल के व्यक्ति की मौत हो गई है। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। शनिवार को भी राज्य के कई हिस्सों में छिटपुट बारिश होने की खबर है।
मौसम विभाग ने बताया है कि अप्रैल माह के अंत में बारिश होने से पिछले 122 सालों का रिकॉर्ड टूटने से बच गया। दरअसल केवल 1899 का साल ऐसा था जब पूरे अप्रैल महीने में बारिश नहीं हुई थी। हालांकि मार्च में बारिश हुई थी। इस बार मार्च में बारिश नहीं हुई जबकि अप्रैल महीना भी लगभग खत्म हो चला था लेकिन उससे पहले बारिश हो गई जिसकी वजह से 122 सालों का रिकॉर्ड टूटने से रह गया।