कोलकाता : शाहजहान कांड के चलते चर्चा में रहे उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में शनिवार को प्रशासनिक बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर इस बैठक में राज्य के दमकल मंत्री सुजीत बोस मौजूद थे।
शनिवार को नयाजाट, संदेशखाली में आयोजित इस बैठक में मंत्री सुजीत बोस के साथ संदेशखली 1 और 2 ब्लॉक के बीडीओ, बसीरहाट के पुलिस अधीक्षक, पंचायत प्रमुख और जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे। उत्तर 24 परगना जिला परिषद के सभापति नारायण गोस्वामी और संदेशखाली के तृणमूल विधायक सुकुमार महतो भी इस बैठक में मौजूद थे। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में संदेशखाली के विकास और नदी बांध से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस साल जनवरी से राज्य की राजनीति में संदेशखाली चर्चा का विषय बना हुआ है। ईडी अधिकारियों का शाहजहान शेख के घर जाना, उनके ‘अनुगामियों’ का ईडी के अधिकारियों पर हमला और कुछ दिनों के भीतर शाहजहां और उसके अनुयायियों के खिलाफ जमीन कब्जा सहित ग्रामवासियों की कई शिकायतें सामने आईं। इन आरोपों के बाद शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया गया। उस समय तृणमूल की तरफ से तत्कालीन सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक और सुजीत बोस को संदेशखाली भेजा गया था।
हाल ही में आरोप लगे कि इस क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से विकास कार्य रुका हुआ है। नवान्न सूत्रों के अनुसार, संदेशखाली के विकास को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने सुजीत बोस को वहां की प्रशासनिक हस्तियों के साथ बैठक करने की सलाह दी। इस बैठक में विधायक सुकुमार को भी उपस्थित रहने को कहा गया।
बैठक के बाद मंत्री सुजीत बोस ने कहा, “संदेशखाली में लोकसभा चुनाव से पहले एक मुद्दा बनाकर राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार करने की कोशिश की गई थी, लेकिन जनता ने इसे अच्छी तरह से नहीं लिया। आपने देखा, हमारे तृणमूल उम्मीदवार ने बसीरहाट लोकसभा क्षेत्र में तीन लाख 33 हजार वोटों से जीत हासिल की।” उन्होंने यह भी कहा, “संदेशखाली के लोग मुख्यमंत्री के साथ हैं। मुख्यमंत्री की नजर संदेशखाली पर है, और इसलिए यह प्रशासनिक बैठक आयोजित की गई है। हमें अपने विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करना होगा।”