कोलकाता : पूर्व मेदिनीपुर के एगरा में एक अवैध पटाखा कारखाने में विस्फोट से कम से कम 9 लोगों की मौत और चार अन्य के घायल होने की घटना की जांच राज्य सीआईडी को सौंप दी गई है। राज्य की मुख्यमंत्री सह गृह मंत्री ममता बनर्जी ने वारदात के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अवैध पटाखा कारखाने के मालिक कृष्ण पद बाग उर्फ भानु बाग को पहले भी गिरफ्तार किया गया था। वह आदतन अपराधी है। ममता ने कहा कि सीआईडी इस घटना की जांच करेगा। साथ ही उन्होंने एडीजी ज्ञानवंत सिंह को तत्काल घटनास्थल पर जाने का आदेश दिया।
मंगलवार की दोपहर के बाद राज्य सचिवालय में मीडिया से मुखातिब ममता से जब यह पूछा गया कि बीजेपी इस मामले में एनआईए जांच की मांग कर रही है, तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि उन्हें इससे कोई समस्या नहीं है। एनआईए भी चाहे तो घटना की जांच कर सकती है।
उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए वित्तीय मुआवजे की भी घोषणा की। ममता ने कहा कि वारदात में जो लोग मारे गए हैं उनके परिजनों को ढाई-ढाई लाख रुपये की वित्तीय मदद दी जाएगी। इसके साथ ही जो लोग घायल हैं उन्हें इलाज के लिए राज्य सरकार एक-एक लाख रुपये देगी।
ममता ने कहा कि किसी की भी मौत दुखद होती है। फिलहाल हमारी चिंता यह है कि घटना में जो लोग घायल हुए हैं उन्हें बेहतर चिकित्सा मिले। इसके साथ ही जो लोग दोषी हैं उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा। ममता ने कहा कि ओडिशा की सीमा के पास एगरा स्थित है। यहां कारखाने के मालिक कृष्णपद बाग पर पहले भी अवैध कारखाना चलाने के आरोप लगते रहे हैं क्योंकि यह जगह ओडिशा के करीब है इसी का फायदा उठाकर वह अवैध तरीके से तैयार होने वाले पटाखों को ओडिशा भेजा करता था। 19 अक्टूबर, 2022 को कृष्ण पद को इसी मामले में गिरफ्तार भी किया गया था लेकिन बाद में कोर्ट ने उसे जमानत दे दी थी। जेल से रिहा होने के बाद एक बार फिर वह अवैध कारखाना चलाने लगा था।