कोलकाता : आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ‘धमकी संस्कृति’ को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। जूनियर डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि कुछ वरिष्ठ डॉक्टर धमकी देकर अस्पताल में भय का माहौल बना रहे थे। इस मामले को लेकर अस्पताल की आंतरिक जांच समिति ने जांच शुरू की है। शुक्रवार को इस मामले में 13 डॉक्टरों में से कुछ को कमेटी ने तलब किया। इस सूची में डॉक्टरों के साथ-साथ कुछ छात्र भी शामिल हैं, जिन्हें ‘धमकी संस्कृति’ से जुड़े होने के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को इन 13 डॉक्टरों को जांच समिति के सामने पेश होने के लिए कहा गया था, जिनमें से कुछ डॉक्टरों ने अपनी हाजिरी दी। पहले आरोपित जूनियर डॉक्टरों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, इसके बाद डॉक्टरों के बयान लिए जाएंगे।
जूनियर डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में कुछ डॉक्टरों ने ‘धमकी संस्कृति’ का संचालन किया, जिसके कारण अस्पताल में भय का माहौल बना। यह मामला उस समय सार्वजनिक हुआ जब अस्पताल के सुपर सप्तर्षि चटर्जी ने 13 डॉक्टरों के नामों की एक सूची जांच समिति को भेजी। इस पत्र पर प्राचार्य मानस कुमार बनर्जी के भी हस्ताक्षर हैं।
इस पत्र में लिखा गया है कि जूनियर डॉक्टरों और छात्रों ने समय-समय पर इन 13 डॉक्टरों के खिलाफ कई शिकायतें की हैं। समिति को उन सभी शिकायतों की गहराई से जांच करनी चाहिए और जो भी साक्ष्य मिले, उसे जल्द से जल्द रिपोर्ट के रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
आर.जी. कर में एक महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की घटना के बाद से अस्पताल में ‘धमकी संस्कृति’ के आरोप भी सामने आए हैं। कहा जा रहा है कि अस्पताल में कुछ डॉक्टर और अधिकारी भय का माहौल बना रहे थे। जूनियर डॉक्टरों की शिकायतों के आधार पर 50 से अधिक लोगों की पहचान की गई है, जिनमें डॉक्टर, हाउसस्टाफ और इंटर्न भी शामिल हैं। इनमे से कई को पहले ही तलब कर जांच समिति द्वारा पूछताछ की जा चुकी है।