कोलकाता : बंगीय हिंदी परिषद ने नए वर्ष में एक अभिनव संकल्प लिया है। परिषद ने निर्णय लिया है कि ऐसे छात्रों को, जो आर्थिक दृष्टि से कमज़ोर परिवार से आते हैं और शिक्षा में जिनकी विशेष रुचि है, किंतु आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और कभी-कभी वे बीच में ही पढ़ाई छोड़ने को बाध्य भी हो जाते हैं, परिषद की ओर से विविध अध्येतावृत्तियाँ प्रदान की जाएँगी ताकि उनकी शिक्षा में कोई भी व्यवधान न आए।
परिषद ने निर्णायक मंडल द्वारा चुने गए योग्य छात्रों को निम्नलिखित अध्येतावृत्तियां प्रदान करने का निर्णय लिया है-
1. ज़ोया अहमद – आचार्य ललिता प्रसाद सुकुल फ़ेलोशिप
2. रोहित साव – श्री करुणाकान्त त्रिपाठी फ़ेलोशिप
3. अंजलि चौधरी – प्रो. रामचंद्र मिश्र फ़ेलोशिप
4. स्वाति यादव – डाॅ. रामनाथ तिवारी फ़ेलोशिप
5. अंजलि चौधरी – श्री लालबहादुर सिंह फ़ेलोशिप
6. वर्षा त्रिपाठी – आचार्य विष्णुकान्त शास्त्री फ़ेलोशिप
उक्त अध्येतावृत्तियां प्रति माह 500/-की दर से एक वर्ष तक दी जाएँगी। एक वर्ष के पश्चात पुनर्मूल्यांकन के आधार पर अध्येतावृत्तियों की अवधि बढ़ाई जाएगी। परिषद की इस नई पहल से आर्थिक दृष्टि से कमज़ोर बच्चों को अपनी पढ़ाई जारी रखने का अवसर मिलेगा। उक्त सूचना परिषद के मंत्री डॉ. राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी।