कोलकाता : कोलकाता के मशहूर जादवपुर विश्वविद्यालय में बांग्ला विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र स्वप्नदीप कुंडू की रैगिंग की वजह से हुई मौत मामले में एंटी रैगिंग स्क्वाड भी सख्त हो गया है। विश्वविद्यालय की जांच समिति की अंतरिम रिपोर्ट और सिफारिशों को ही सील मोहर देते हुए स्क्वाड ने मामले में कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है।
सूत्रों ने बताया है कि बुधवार को एंटी रैगिंग स्क्वाड की बैठक में इस बात का समर्थन अधिकतर सदस्यों ने किया कि जो भी छात्र रैगिंग की घटना में शामिल रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
गुरुवार को एंटी रैगिंग स्क्वाड के एक सदस्य ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि विश्वविद्यालय की अंतरिम जांच समिति ने रैगिंग और छात्रों की मौत मामले में सीधे तौर पर जुड़े चार छात्रों को हमेशा के लिए सस्पेंड करने की सिफारिश की है। इसके अलावा 31 अन्य छात्रों को चिन्हित किया गया है जो रैगिंग की घटना में साक्ष्य को मिटाने में मदद की थी। इन सभी को कम से कम एक या दो सेमेस्टर के लिए सस्पेंड करने की सिफारिश जांच समिति ने पहले से की थी। एंटी रैगिंग स्क्वाड के सदस्यों ने भी इस पर अपनी सहमति व्यक्त की है। इस बारे में लिखित में विश्वविद्यालय प्रबंधन को बता दिया गया है। जल्द ही इस पर विश्वविद्यालय को अंतिम निर्णय लेना है।
उल्लेखनीय है कि नौ अगस्त को जादवपुर विश्वविद्यालय में बांग्ला विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र स्वप्नदीप कुंडू की रैगिंग हुई थी। उसे कपड़े उतार कर घुमाया गया था और अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने की भी कोशिश हुई थी जिसकी वजह से छत से गिरने पर उसकी मौत हो गई थी। इस मामले में पूर्व छात्रों सहित 13 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जो अभी जेल में हैं।