कोलकाता : बोलपुर थाने के प्रभारी अधिकारी के घर की महिलाओं की दुष्कर्म की धमकी देने के मामले में तृणमूल कांग्रेस के प्रभावशाली नेता अणुव्रत मंडल को गुरुवार को बोलपुर के शांतिनिकेतन स्थित एसडीपीओ कार्यालय में दो घंटे तक पूछताछ का सामना करना पड़ा। पूछताछ के बाद वे बिना किसी तनाव के मुस्कराते हुए थाने से बाहर निकले और सीधे पार्टी कार्यालय की ओर रवाना हो गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अणुव्रत मंडल का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है। जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि फोन से इस वायरल ऑडियो की पुष्टि और अन्य तकनीकी साक्ष्य मिल सकते हैं। हालांकि, इस मामले पर न तो अणुव्रत मंडल और न ही उनके वकील या पार्टी के किसी सदस्य ने कोई आधिकारिक बयान दिया।
पूछताछ के दौरान अणुव्रत मंडल के साथ उनके वकील विपत्तारण भट्टाचार्य और पार्टी का एक कार्यकर्ता भी मौजूद था। खास बात यह रही कि वे किसी निजी सुरक्षा गार्ड के बिना और एक काले रंग की एसयूवी में थाने पहुंचे, जिससे कई सवाल खड़े हुए कि उन्होंने इस बार अपनी सामान्य सुरक्षा व्यवस्था और वाहन काफिले को क्यों छोड़ा।
उल्लेखनीय है कि वायरल ऑडियो में कथित रूप से बोलपुर थाने के आईसी लिटन हालदार को अपशब्द कहे गए थे और उनकी पत्नी और मां सहित महिलाओं के साथ दुष्कर्म की धमकी देने की बात भी सामने आई है। इसी आधार पर बोलपुर पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था। मंडल के खिलाफ दो गैर जमानती धाराएं भी लगी हैं। बावजूद इसके उन्हें केवल पूछताछ कर छोड़ दिया गया है।
अब इस पूरे मामले में लिटन हालदार के खिलाफ भी विभागीय जांच शुरू हो चुकी है, क्योंकि बिना अनुमति के किसी की बातचीत रिकॉर्ड करना कानूनन अपराध है। पुलिस ने उनका फोन भी जब्त कर लिया है।
पूरे घटनाक्रम के दौरान अणुव्रत मंडल के हाव-भाव में तनिक भी घबराहट नहीं दिखी। वे थाने से निकलने के बाद सीधे बॉलपुर स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे और हमेशा की तरह जनसंपर्क कार्यों में जुट गए।