कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में अब तक गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों से पूछताछ और मामले की जांच में चौंकाने वाले खुलासे लगातार हो रहे हैं। केंद्रीय एजेंसियों ने दावा किया है कि सभी अभियुक्तों ने सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए महिलाओं को ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की कोशिश की है। चाहे पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी हों अथवा तृणमूल विधायक और प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष मानिक भट्टाचार्य। यहां तक कि इस मामले में हाल ही में गिरफ्तार किए गए कुंतल घोष और शांतनु बनर्जी ने भी अपनी-अपनी महिला मित्रों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल किया। अयन शील ने भी कई युवतियों से करीबी संबंध रखे थे जिन्हें वे रुपये देता रहा है। पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से 50 तरोड़ रुपये नगद मिले थे। वहीं दोनों के नाम पर संयुक्त संपत्तियां बरामद हुई थीं। अर्पिता फिलहाल जेल में है।
इसी तरह से अन्य अभियुक्तों की भी महिला मित्रों के नाम पर संपत्तियां मिली हैं। मानिक भट्टाचार्य ने अपनी पत्नी का खाता मरे हुए व्यक्ति के साथ खोला था। उनकी पत्नी शतरूपा भी जेल में हैं।
शांतनु ने अपनी पत्नी के नाम पर संपत्ति खरीद रखी थी जिसके बारे में पत्नी को पता ही नहीं था। अयन शील ने भी अपनी महिला मित्र को लाखों रुपये ट्रांसफर किए थे। कुंतल घोष ने तो बांग्ला फिल्म अभिनेत्रियों के खाते में रुपये ट्रांसफर कर नियुक्ति भ्रष्टाचार में वसूली गई राशि को ब्लैक से व्हाइट किया था। इसकी एक अलग रिपोर्ट केंद्रीय एजेंसी तैयार कर रही है जिसे कोर्ट में पेश किया जाना है।