पटना : बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव के कारण राज्य के प्रारंभिक शिक्षकों के भर्ती की प्रक्रिया रोक दी गयी है । राज्य में 94 हजार प्रारंभिक शिक्षकों के भर्ती की प्रक्रिया चल रही थी । प्राथमिक विद्यालयों के लिए छठे चरण के तहत भर्ती के लिए 38 हजार शिक्षकों का चयन होना है।
खबर है कि शिक्षकों के भर्ती में प्रमाण पत्रों की जांच अंतिम चरण में है । करीब 94 हजार प्रारंभिक शिक्षकों में से बचे एक हजार, 100 भर्ती इकाइयों में विभिन्न कारणों से शिक्षकों का भर्ती नही हो पाया था।
राज्य के प्रारंभिक शिक्षकों के भर्ती की प्रक्रिया रोक दिये जाने के बाद अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि सरकार की मंशा साफ नहीं है । बीएड उतीर्ण शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि शिक्षा विभाग जानबूझकर शिक्षक भर्ती को टाल रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि शिक्षक अभ्यर्थियों की जल्द विद्यालयों में ज्वाइनिंग करवाए। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा कि सितंबर 2019 की बहाली दो वर्षों के बाद भी पूरी नही होना सरकार की नाकामी को उजागर करती है । दीपांकर ने आरोप लगाया कि नौनिहालों की शिक्षा के प्रति सरकार गंभीर नही है। इसी कारण शिक्षकों की बहाली नहीं करायी जा रही है। इससे अभ्यर्थियों में रोष है।