कोलकाता : भारतीय सेना के एक जवान ने नशे में धुत होकर अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रच घरवालों को फोन कर दिया। इसके बाद परेशान परिजन जब लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय पहुंचे और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर जवान को सुरक्षित बरामद किया तो इसके पीछे की साजिश का खुलासा हुआ।
पता चला कि उसका अपहरण नहीं हुआ था बल्कि रुपये की जरूरत पड़ने पर उसने नशे में धुत होकर खुद ही अपने अपहरण की कहानी रची थी। सोमवार को लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय के एक सूत्र ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि उस जवान का नाम अरुण गुलेरिया है। वह अरुणाचल प्रदेश के 20 सिख रेजीमेंट में काम करते हैं। 12 अगस्त को चिकित्सा के लिए अलीपुर के कमांड अस्पताल आए थे। वहां से लौटकर कोलकाता न्यू मार्केट गए और यहां एक गेस्ट हाउस में कमरा किराए पर लिया। रविवार दोपहर बाद उसने अपने घरवालों को फोन किया और कहा कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है। 40 हजार रुपये की जरूरत है। इसके बाद उसका फोन बंद जा रहा था।
घर वाले बिना देरी किए लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय पहुंचे। यहां डिटेक्टिव डिपार्टमेंट ने जांच शुरू की और फोन का लोकेशन ट्रेस कर न्यू मार्केट के होटल जा पहुंचे। वहां नशे में धुत्त हालत में अरुण को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। बाद में पता चला कि उसका अपहरण नहीं हुआ था बल्कि रुपये की जरूरत थी इसलिए उसने खुद ही कहानी रची थी। न्यू मार्केट थाने की पुलिस ने सोमवार को उसे भारतीय सेना के पूर्वी कमान के हवाले कर दिया है।